सहस्रताल हादसे ने खोली राज्य में एडवेंचर टूरिज़्म के मानकों की पोल
उत्तरकाशी।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद में लापरवाही किस कदर हावी है इसका अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सिल्ला-कुश कल्याण-सहस्त्रताल ट्रेक पर हुये हादसे के मामले में एडवेंचर कंपनी की लापरवाही अब पूरी तरह से सामने आई है। इस लापरवाही के कारण 9 लोग रोमांचक पर्यटन के दौरान ही मौत के मुंह में समा गये। कंपनी में ट्रैकिंग की शर्तों को आधा अधूरा पूरा करवा कर ट्रैकिंग की अनुमति दे दी। इस ट्रेकिंग दल में बुजुर्ग ट्रैकर्स का मेडिकल तक नहीं कराया गया। साथ गए गाइड्स भी सुरक्षा उपकरणों से लैस नहीं था। अब पुलिस ने इस मामले में हिमालयन कम्पनी ब्यू एडवेन्चर, उत्तरकाशी ट्रेकिंग कम्पनी के स्वामी के खिलाफ संबंधित धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। बता दे की कुछ दिन पूर्व ट्रैकिंग पर गए 22 सदस्य गए थे। ट्रैक पर हुए हादसे के दौरान नौ ट्रैकर्स की मौत हो गई थी।
इस हादसे के बाद वरिष्ठ उपनिरीक्षक मनेरी द्वारा अवगत कराया गया कि कुश-कल्याण ट्रेक मे हुयी दुर्घटना, आपदा के सम्बन्ध मे प्रथम दृष्टया हिमालयन कम्पनी ब्यू एडवेन्चर उत्तरकाशी ट्रेकिंग कम्पनी द्वारा ट्रेकिंग सम्बन्धी शर्तों को पूर्ण किये बिना ट्रेकिंग हेतु अनुमति दी गयी। ट्रेकिंग यूनिट एवं रुट/ट्रेक के सम्बन्ध में पुलिस-प्रशासन को सूचना उपलब्ध नहीं करायी गयी थी। ट्रेकिंग दल में 70 वर्ष से अधिक उम्र के ट्रेकर्स भी थे, जिनके मेडिकल की कार्यवाही नही की गयी थी। बुजुर्ग व्यक्तियों से कुशकल्याण जैसे ऊंचाई वाले स्थान पर आवागमन कराया जाना उचित नहीं था, न ही कम्पनी द्वारा ट्रेकर्स के साथ भेजे गये गाईड्स के पास ट्रेकिंग सम्बन्धी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराये गये थे। जिस कारण चार जून की सांय को कुशकल्याण ट्रेक पर मौसम खराब होने कारण आये आंधी-तुफान व ओलावृष्टि से हुयी आपदा में 22 ट्रेकर्स में से नौ की मृत्यु हो गयी।
इस मामले में पुलिस के विरुद्ध 304(A)/336 भादवि के तहत अभियोग पंजीकत किया गया है।पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी, अर्पण यदुवंशी द्वारा सभी ट्रेकिंग एंजेन्सियों से अपील की गयी कि उक्तघटना से सबक लेते हुये सभी एजेन्सियां निकटभविष्य में इस ओर गम्
भीरता बरतें, ट्रेकिंग सम्बन्धी मानकों के अनुरुप ही ट्रेकर्स की अनुमति दीजाये, जो लोग ट्रेकिंग की शर्तों को पूरा न कर रहेहो ऐसे लोगों को बिल्कुल भी अनुमति न दी जाये,लापरवाही बरतने वाली ट्रैकिंग कंपनियों के खिलाफ कड़ी करवाई की जायेगी।