पौड़ी: पानी के लिए मचा हाहाकार, डीएम ने रोकी ईई की पगार
●शहर हुआ पीने के पानी के लिए त्राहिमाम●
●डीएम ने जलसंस्थान के ईई का रोका है वेतन●
●कब होगी शहर में लगे टुल्लू पंपों पर कार्रवाई….?●
पौडी।
जिला मुख्यालय पौडी वासियों को जल संस्थान इस भीषण गर्मी में पीने के पानी के लिए तरसा रहा है। शहर में लगातार पानी की कमी से जनता में त्राहिमाम की स्थिति हो गई है। हालत इतने बदतर हो गए है कि डीएम को हस्तक्षेप करना पड़ा है। डीएम ने जलसंस्थान के अधिशासी
अभियंता को तलब कर उनका वेतन रोकने आदेश जारी कर दिए हैं। शहर के हालातों को देखते हुए डीएम ने ऊर्जा निगम को कडी फटकार लगाई है। और कहा कि किसी भी स्थिति में वोल्टेज पर नियंत्रण रखें।चुनाव के दौरान व मतगणना से पूर्व बाद में स्थानीय लोग लगातार पानी न आने की शिकायत लेकर डीएम के पास पहुंच रहे थे। चुनाव के दौरान ओवरलोड हुए डीएम ने अपनी खींच अफसरों पर उतार दी। डीएम ने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनामिका को भी तलब कर शहर में टुुल्लू पंप इस्तेमाल करने वालों के घरों पर छापा मारी की कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। इन तमाम निर्देशों के बाद भी जिला मुख्यालय पौड़ी में शुक्रवार को भी पानी की आपूर्ति सुचारू नहीं हो पाई। पौडी शहर से ही जल संस्थान टैंकरों से आसपास के गांव में पेयजल आपूर्ति करवाता है जिसके लिए इन टैंकरों द्वारा पूर्व में शहर से दूर प्राकृतिक जलस्त्रोतों से पानी भरा जाता था लेकिन टैंकर माफियाओं ने जल संस्थान से मिलीभगत कर फायर बिग्रेड के लिए बनाए गए वाटर आउटलेट से चुपचाप टैंकर भरने का काम किया जा रहा है जिसके कारण जल संस्थान के डीएम आवास के पास बने वाटर टैंक पानी का लेवल लगातार घटता जा रहा है जिससे शहर की पानी सप्लाई लगभग पूरी तरह ठप हो गई है। बृहस्पतिवार को डीएम ने स्वयं जाकर इस वाटर टैंक का भी निरीक्षण किया और सख्त हिदायत दी कि आपातकालीन स्थितियों के लिए पानी को रिजर्व में भी रखा जाए। डीएम के छापामारी की कार्रवाई के निर्देश पर अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है। अब देखने वाली बात यह होगी कि अधिकारी डीएम के सख्त निर्देशों का कितना अनुपालन करते है या इन निर्देशों को भी ठेंगा दिखा देते है। वहीं जलसंस्थान के सहायक अभियंता सोहन सिंह जेठूड़ी ने बताया कि पेयजल आपूर्ति की समस्या का समाधान करने प्रयास किया जा रहा है।