गुलदार के हमलों के मामले में ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पर दिया धरना
पौड़ी। एकेश्वर ब्लॉक में आदमखोर गुलदार पर वन विभाग द्वारा नियंत्रण न किये जाने को ले कर स्थानीय ग्रमीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया और चेताया कि अगर जल्द इन गुलदारों को नष्ट न किया गया तो सभी ग्रामीण वन विभाग और जिलाधिकारी का घेराव करेंगे। गुलदारों से प्रभावित गांव के लोग बुधवार को जिला कार्यालय पास जुटे और उन्होंने एक दिवसीय धरना दिया। ग्रमीणों का कहना था कि वन विभाग की निष्क्रियता के कारण ही ग्रामीण और उनके बच्चे गुलदार का निवाला बन रहे है। वन विभाग के पास न तो इन गुलदारों को नियंत्रित करने के संसाधन है और न रोकने के उपाय। धरने को संबोधित करते हुए कांग्रेसी नेता पूनम कैंथोरा का कहना था कि ग्रामीण अपने बच्चो को गुलदारों से न बचा पाने के कारण अब गांवों को छोड़ने को मजबूर हो रहे है। वन मंत्री सुबोध उनियाल पर भी आरोप लगाते हुए कॉंग्रेस नेता ने कहा कि प्रदेश के पहाड़ी जिलों में गुलदार द्वारा इतनी घटनाएं कर दी गई है लेकिन मंत्री ने न तो प्रभावित इलाकों का दौरा किया और न प्रभावित परिवार के दुःख में शामिल होने उन तक पहुँचे जो कि अफ़सोश जनक है। कॉंग्रेस के वरिष्ठ नेता और क्षेत्र पंचायत सदस्य संजय डबराल का कहना था कि ये समस्या अब राज्य के पहाड़ी जिलों में आम हो गई है। पहले से ही गांव खाली हो गये है और अब गुलदार के डर और अपनी संतति बचाने के लिए लोग राज्य के मैदानी जिलों में पलायन को मजबूर हो रहे है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष विनोद नेगी ने कहा कि राज्य सरकार अगर पहाडों को खुशहाल देखना चाहती है तो यहाँ गुलदारों की अनियंत्रित सँख्या पर किसी भी प्रकार से नियंत्रण करना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब इस मुद्दे को राज्य के आने वाले चुनाव में रखेगी और पहाड़ी जिलों में आंदोलन को और तेज करेगी।





