पौड़ी: घरों में घुसकर जानवरों को निवाला बना रहा अज्ञात जानवर, पशुपालक दहशत में

■मनियारस्यूँ के धारी गांव में बाड़े में घुस 9 बकरियों को मारा, 2 लापता, 3 घायल■
◆थनुल गांव में गौशाला की खिड़की तोड़ 2 गायों का किया शिकार◆
पौड़ी॥ हिमतुंग वाणी
जनपद गढ़वाल की पौड़ी तहसील की मनियारस्यूँ पट्टी में एक अज्ञात जंगली जानवर काश्तकारों के पशुधन का दुश्मन बना हुआ है। रविवार की रात्रि धारी गांव में अज्ञात जानवर द्वारा एक पशुपालक के बाड़े का दरवाजा तोड़ 9 बकरियों को मौके पर ही मार डाल दिया गया। इससे पूर्व क्षेत्र के ही थनुल गांव में एक गौशाला की खिड़की तोड़ कर अज्ञात जानवर द्वारा 2 गौवंश को निवाला बना दिया गया था।
ग्राम धारी के पशुपालक दरवान रविवार शाम को अपनी 13 बकरियों को बाड़े में बंद कर बगल में ही स्थित अपने आवास में चला गया था। आज तड़के 3 बजे उसे बाड़े से कुछ आवाज सुनाई दी तो वह बाड़े की तरफ गया, तो वहां का दरवाजा टूटा देख वह भौचक रह गया। दरवान के वहां पंहुचते ही उसे अहसास हुआ कि कोई जानवर बाड़े से निकल नीचे खेतों की ओर भागा है। जब दरवान ने अंदर देखा तो वहां सभी बकरियां मृत पड़ी हुई थीं। जबकि एक बकरी घायलावस्था में कराह रही थी। इसके अतिरिक्त 4 बकरियों का कोई अता पता नहीं था। सुबह होने पर 2 बकरियां पास के खेत मे मिलीं, जिसे अज्ञात जानवर द्वारा घायल किया हुआ था। अन्य 2 बकरियों का अभी तक पता नहीं चल पाया है।
इस घटना के बाद क्षेत्रीय राजस्व उप निरीक्षक राकेश बिष्ट व विवेक कुमार ने मौके पर पंहुचकर घटना का जायजा लेकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों तक भेजने की कार्रवाई की। ततपश्चात गढ़वाल वन प्रभाग की नागदेव रेंज की अदवाणी बीट के कर्मचारियों ने भी मौके पर पंहुचकर मुआवजे की कार्रवाई शुरू की। वहीं पशुपालन विभाग के क्षेत्रीय पशुधन प्रसार अधिकारी राजेन्द्र कवटियाल ने भी मौके पर पंहुच घायल बकरियों का उपचार शुरू किया।
पीड़ित पशुपालक दरवान ने बताया कि अज्ञात जानवर के हमले से उन्हें करीब अस्सी हजार के पशुधन का नुकसान हुआ है। ग्राम पंचायत प्रशासक मदन सिंह रावत ने वन विभाग व प्रशासन से पीड़ित काश्तकार को उचित मुआवजा देने की मांग की है।
इधर क्षेत्र में लगातार अज्ञात जानवर द्वारा गौशाला व बाड़े में सेंधमारी कर मवेशियों को निवाला बनाने की घटनाओं से पशुपालक सहमे हुए हैं, उनका कहना है कि अब उनके मवेशी घरों के अंदर भी महफूज़ नहीं हैं। हाल के दिनों में थनुल, नैथाणा व धारी में चार ऐसी घटनाएं घटित हुई हैं।
उधर, वन विभाग के स्थानीय प्रभारी अधिकारी विजय नेगी ने बताया कि थनुल गांव में गौशाला की खिड़की तोड़ गायों को निवाला बनाये जाने पर मौके पर निरीक्षण के बाद पगमार्क व अन्य साक्ष्यों से ऐसा प्रतीत हुआ कि इस घटना को भालू जैसे जानवर द्वारा अंजाम दिया गया होगा, हालांकि धारी गांव में बकरियों को मार डालने के मामले में प्रथमदृष्टया गुलदार के हमले की ही आशंका है।