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ऋषिकेश: उज्जैन एक्सप्रेस में मिला महिला का क्षत विक्षत शव

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ऋषिकेश । मध्य प्रदेश के उज्जैन से उत्तराखंड की योग नगरी ऋषिकेश पहुंची उज्जैन एक्सप्रेस में एक महिला के कटे हुए हाथ और पैर मिले हैं। ट्रेन की एक बोगी में लावारिस प्लास्टिक का कट्टा रखा मिला, जिसे पुलिस ने खोलकर देखा तो उसमें महिला के कटे हाथ और पैर थे। RPF और GRP ने लाश के टुकड़ों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। इंदौर पुलिस से संपर्क किया गया है, क्योंकि एक तो ट्रेन उज्जैन से आई है।दूसरा उज्जैन एक्सप्रेस में मिले कटे हाथ-पैर उस महिला के होने का शक है, जिसकी लाश 3 टुकड़ों में शनिवार और रविवार को महू-नागदा पैसेंजर ट्रेन और देहरादून एक्सप्रेस में मिली थी। इस तरह 3 ट्रेनों में एक महिला के शरीर के टुकड़े मिलने से दोनों राज्यों की पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। ब्लाइंड मर्डर केस है, क्योंकि अभी तक न मृतक महिला की शिनाख्त हो पाई है और न ही हत्यारे का सुराग मिल रहा है। न ही यह पता चला कि मर्डर कहां किया गया?RPF सब इंस्पेक्टर गायत्री देवी और GRP सब इंस्पेक्टर आनंद गिरी के अनुसार, सोमवार शाम करीब 6 बजे उज्जैन एक्सप्रेस ऋषिकेश पहुंची। पैसेंजरों ने ट्रेन में टॉयलेट के पास एक काले रंग का कट्टा देखा, जिससे काफी दुर्गंध आ रही थी। स्टेशन मास्टर को जानकारी दी गई तो उसने पुलिस को बताया। GRP पुलिस टीम ने कट्टा कब्जे में लेकर उसे खोला तो उनके होश उड़ गए। क्योंकि ट्रेन उज्जैन से आई थी तो वहां की पुलिस को जानकारी देने पर पता चला कि रविवार शाम को देहरादून एक्सप्रेस में भी महिला के शव के टुकड़े मिले थे।
इससे पहले शनिवार को इंदौर रेलवे स्टेशन के यार्ड में खड़ी महू-नागदा पैसेंजर ट्रेन में महिला धड़ मिला था। कमर के नीचे का हिस्सा और हाथ गायब थे। कमर के नीचे का हिस्सा देहरादून एक्सप्रेस में मिला। हाथ-पैर उज्जैन एक्सप्रेस में मिलने से पुलिस को शक है कि यह सारे टुकड़े एक ही लाश के हैं। शनिवार-रविवार को जिन ट्रेनों में टुकड़े मिले, वह ट्रेनें लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन से निकली थीं। ऐसे में पुलिस की जांच अब इंदौर के लक्ष्मीबाई एरिया में चल रही है।GRP टीआई संजय शुक्ला के अनुसार, शनिवार-रविवार को जिन 2 ट्रेनों में महिला के शरीर के हिस्से मिले हैं, वे दोनों ट्रेनें लक्ष्मीबाई नगर से निकलती हैं। इसलिए माना जा सकता है कि दोपहर में हाथ और पैर उज्जैन एक्सप्रेस में रखे गए होंगे। इसके बाद रात में नागदा से महू होते हुए इंदौर आने वाली पैसेंजर ट्रेन में शव के 2 टुकड़े रखे होंगे। दोनों ट्रेनों में यहीं से शव के टुकड़ों को 3 अलग-अलग पार्सल में रखा गया होगा। पोस्टमॉर्टम में पता चला कि हाथ पर गुजराती भाषा में बोले जाने वाले शब्द मीरा बेन, गोपाल भाई लिखा हुआ है।
ऐसे में पुलिस की एक टीम मेघनगर से झाबुआ-आलीराजपुर गोधरा के बीच वाले इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इस इलाके में पिछले एक महीने में लापता हुई महिलाओं की जानकारी निकाली जा रही है। वहीं पूरी बॉडी बिना कपड़ों के मिली है। माथे पर बिंदी लगी है। गले में एक काले धागे में सेफ्टी पिन मिला है। खून बहने से रोकने के लिए टुकड़ों पर पॉलिथीन बांधा गया है। पूरी लाश 2 से 3 दिन पुरानी लग रही है। दोनों राज्यों की पुलिस दोनों तरफ के रेलवे स्टेशनों और रास्ते में लगे CCTV कैमरे खंगाल रही है। वैसे अभी तक पूरी तरह से ब्लाइंड मर्डर केस है।

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