#ऋषिकेश

चीला दुर्घटना: वनाधिकारियों को लील अनेक सवाल छोड़ गया यह दर्दनाक हादसा

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■जिप्सी के विकल्प के तौर पर उपयोग किया जाना था प्रस्तावित
■बिना पंजीकरण के ओवरलोड वाहन में हादसा होने से आएंगी अनेक दिक्कतें
■घटना के बाद वनकर्मियों में आक्रोश

हिम तुंग वाणी
ऋषिकेश-चीला मार्ग पर वन विभाग के बैटरी चालित वाहन के दुर्घटनाग्रस्त होने और इसमें 4 वनाधिकारियों की मौत से न केवल वन महकमा बल्कि समूचा प्रदेश सदमे में है। ट्रायल के दौरान इस वाहन के संचालन में जो लापरवाहियां बरती गयीं उनसे अनेक सवाल उठना लाजिमी है। आखिर ट्रायल जैसे संवेदनशील एक्सरसाइज़ के दौरान बरती गई लापरवाही ने होनहार वनाधिकारियों की न केवल जान ले ली बल्कि विभाग की इस नई प्रस्तावित योजना पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
दरअसल मारुति सुजुकी की जिप्सी नामक फोर बाई फोर ऑफ़रोड गाड़ी का उत्पादन स्थगित होने के बाद वन विभाग के अधिकारियों की मंशा थी कि अब वनों की रेकी व देखरेख करने के साथ ही सफ़ारी आदि के लिए इकोफ्रेंडली इलेक्ट्रिक वाहन का उपयोग किया जाय। इसी के तहत गत दिनों बेंगलूरू की प्रवेग डायनामिक्स कम्पनी से एक इलेक्ट्रिक इंटरसेप्टर वाहन खरीदा गया था। जिसे वनाधिकारी ट्रायल पर ले जा रहे थे कि इस बीच इसका एक टायर फट गया और भीषण दुर्घटना घटित हो गयी।
दुरदुर्घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि चालक सहित आठ व्यक्तियों की क्षमता वाले वाहन में ट्रायल के दौरान ही क्षमता से अधिक सवारियों को क्यों बिठाया गया। वहीं इस वाहन का अभी तक परिवहन विभाग में रेजिस्ट्रेशन तक नहीं हुआ था। बिना पंजीकरण के इस वाहन को सार्वजनिक सड़क पर ओवरलोड संचालन के बाद अब अनेक कानूनी पेंचीदगियां आना तय है। इस ट्रायल को अनुमति देने वाले जिम्मेदार अफसरों के निर्णय पर भी सवाल उठना तय है।

पेंचीदगियां आना तय है। इसनुमति देने वाले जिम्मेदार अफसरों के निर्णय पर भी सवाल उठना तय है।
घटना के बाद समूचे वन महकमें में जबरदस्त आक्रोश है। कर्मी इस बात को लेकर गुस्साए हैं कि बड़े अफसरों के निर्णय के चलते दो कनिष्ठ अधिकारी काल का ग्रास बन गए जबकि एक वाइल्ड लाइफ वार्डन लापता हैं।

प्रमोद ध्यानी
शैलेश घिल्डियाल
देश की सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक व सामाजिक पत्रिका

दुर्घटना का ब्यौरा
चीला रेंज में वन विभाग के वाहन में कुल 10 लोग बैठे हुए थे जिनमें से 04 की मृत्यु हो गई है, 05 घायल हैं तथा अन्य 01 गायब है।
मृतकों का विवरण-
1-शैलेश घिल्डियाल (रेंजर चीला रेंज)भाई मंगलेश घिल्डियाल, नैनीडांडा निवासी
2- प्रमोद ध्यानी (डिप्टी रेंजर चीला रेंज)
3- सैफ अली खान पुत्र खलील निवासी चीला कॉलोनी (वन कर्मचारी)
4- कुलराज सिंह (अक्षा ग्रुप दिल्ली)
घायलों का विवरण-
1-हिमांशु गोसाई पुत्र गोविंद सिंह (वन विभाग)
2- राकेश नौटियाल (वन विभाग)
3- अंकुश (अक्षा ग्रुप दिल्ली)
4- अमित सेमवाल (वन कर्मचारी)
5- अश्वनी पुत्र बीजू पट्टी
उक्त दुर्घटना में आलोकी (वार्डन राजा जी नेशनल पार्क चीला) अभी गायब है।

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