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कंग्रेस ने समतामूलक समाज की अवधारणा को धरातल पर उतारा:गोदियाल

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पौड़ी।

खिर्सू में ‘संकल्प दिवस’ के अवसर पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि समतामूलक समाज का सपना जो संविधान निर्माता डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने देखा उसे कांग्रेस पार्टी ने धरातल पर उतारा। कांग्रेस ने ही समाज में सभी वर्गों के लोगों को समान अवसर देते हुए आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त किया।
डॉ0 भीमराव अम्बेडकर द्वारा 23 सितम्बर, 1917 के दिन लिये गये समतामूलक समाज के ‘महासंकल्प’ को याद करते हुए कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गोदियाल ने कहा कांग्रेस ने कभी भी जाति व धर्म को देखकर नहीं बल्कि व्यक्ति की योग्यता को देखकर उसे आगे बढ़ने का समान अवसर दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक प्रगतिशील विचारों की पार्टी रही है और यहाँ हमेशा विचार व ज्ञान को महत्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि देश, प्रदेश और समाज को आगे बढ़ाना है तो हमे भेदभाव खत्म करना पडे़गा। उन्होंने आरोप लगया कि सरकार यह देख कर कार्य कर रही है कि यह उनके पक्ष का है या नहीं है। विपक्ष पर धर्म के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने सवाल किया वे जो समान नजर से सभी को देखते हैं, वे क्या विधर्मी हैं?
ब्लाक प्रमुख खिर्सू श्रीमती भवानी गायत्री ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का स्वागत और आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि समतामूलक समाज से ही हमारा देश और समाज प्रगति कर सकता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार चन्द्रवीर गायत्री ने की। कार्यक्रम में कांग्रेस प्रदेश समिति के सदस्य व वरिष्ठ नेता वीरेन्द्र रावत, कांग्रेस के प्रदेश सचिव मोहन चन्द्र गायत्री, कांग्रेस जिला अध्यक्ष विनोद नेगी, जिला अध्यक्ष महिला कांग्रेस श्रीमती नीलम रावत, कांग्रेस ब्लाक अध्यक्ष खिर्सू चन्द्रभानु बिष्ट, कांग्रेस नगर अध्यंक्ष श्रीनगर सूरज घिल्डियाल, जिला पंचायत सदस्य कैलाश चन्द्र शाह, पूर्व जिला पंचायत सदस्य भूपेन्द्र, विकास खण्ड पाबौ के कांग्रेस अध्यक्ष सूरी रावत, महिला कांग्रेस की ब्लाक अध्यक्ष विजयलक्ष्मी आदि उपस्थित थे।
‘संकल्प दिवस’ के अवसर पर ब्लाक परिसर में विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाकर विभागों से दी जाने वाली सेवाओं व उत्पादों की जानकारी आम लोगों तक पहुँचाने का प्रयास किया गया। स्टाल लगाने वाले प्रमुख विभागों में राजस्व, पशुपालन, खाद्य आपूर्ति, बाल विकास, कृषि, उद्यान, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन आदि शामिल थे।

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