गोदियाल ने संसाधन जुटाने को पब्लिक फंडिंग की राह चुनी
■भाजपा प्रत्याशी अनिल बलूनी से डटकर मुकाबला कर रहे गोदियाल■
भारतीय जनता पार्टी के मुकाबले में इस बार कांग्रेस प्रत्याशियों में धन और बल का काफी टोटा हो गया है। कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने इसका तोड़ ढूंढ कर जहाँ अपने लिए क्राऊड फंडिंग का रास्ता निकाला है वही इसके जरिये सीधे जनता से जुड़ने का भी सफ़ल प्रयास कर लिया है। गढ़वाल सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी गणेश गोदियाल ने चुनाव में अब लोगों से एक नई अपील की है। उन्होंने एक बैंक खाते को साझा किया है, उनकी इस अपील का इतना असर हुआ कि लोगों ने खुलेदिल से अपनी ओर से गोदियाल को धनराशि डालना शुरू कर दिया है। गोदियाल की लोकप्रियता का ही असर है कि लोग उनकी मदद को आगे आ रहे है। गोदियाल की इस नई तरक़ीब भाजपा के लिए अबूझ पहेली बन गई। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर इसका वीडियो की सुर्खियां बटोर रहा है। इस चुनाव ने 1982 के उपचुनाव की याद दिला दी। जब केंद्रीय सत्ता से अकेले टकराते हेमवती नंदन बहुगुणा के साथ पूरा उत्तराखंड एक जुट हो गया था। जनता, ख़ास कर महिलाएं उनकी झोली में अठन्नी से लेकर सौ रूपये तक डालती थी। जनता ने वोट और नोट दोनों दिए। गोदियाल ने भी इसी पर अमल करते हुए ऑनलाइन फंड जुटाने की कोशिश की है इससे वे दो फ़ायदे उठा रहे है, चुनाव के लिए धन की कमी पूरी करने के साथ ही अपने जनता से सीधे जुड़ने में सफल होंगे।
खैर, अब गोदियाल चुनाव मैदान में भाजपा पर लगातार हमला करते हुए अपनी लोकप्रियता को भुनाने में जुटे हुए। उनकी नई तरकीब आने वाले दिनों में उंनको कितना फ़ायदा पहुँचाती है यह तो 4 जून को ही पता चल पायेगा।