आखिरकार रद्द हुई स्नातक स्तरीय परीक्षा
★आयोग ने की परीक्षा रद्द★
★जांच पूरी होने तक नहीं होगी कोई परीक्षा★
देहरादून। प्रदेश में एक बार फिर से पेपर लीक और नकल के मामले में सरकार को परीक्षा निरस्त करने का निर्णय लेना ही पड़ा। बेरोजगारों के शान्तिपूर्ण आंदोलन के सामने पहले सीबीआई जांच और अब परीक्षा रद्द करने को मजबूर होना पड़ा है। ये बेरोजगारों की जीत मानी जा रही है।
अब मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद UKSSSC ने पेपर लीक और नकल प्रकरण के बाद स्नातक स्तर की परीक्षा रद्द कर दी है। बताया जा रहा है कि अब SIT जांच रिपोर्ट आने के बाद के बाद CBI जांच होगी। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) ने 21 सितंबर को आयोजित स्नातक स्तर की परीक्षा को रद्द कर दिया है। परीक्षा पर नकल और पेपर लीक जैसे आरोप लग गये थे जिससे परीक्षा दूषित हो गई थी।
परीक्षा रद्द करने की मांग लगातार राज्यभर के युवाओं द्वारा उठाई जा रही थी। अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया था कि कई परीक्षा केंद्रों पर नकल के संगठित प्रयास भी किए गए, जिससे परीक्षा की पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो गए।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने युवाओं को न्याय का भरोसा दिलाया था। उन्होंने कहा था कि दोषियों को किसी भी हालातों में बख्शा नहीं जाएगा।
फिलहाल इस मामले की जांच विशेष जांच दल (SIT) कर रही है। वहीं, मुख्यमंत्री धामी ने अब इस मामले की सीबीआई जांच के लिए संसुति भेज दी थी , ताकि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष और गहन जांच हो सके।
आयोग का कहना है कि परीक्षा की शुचिता और पारदर्शिता सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, नई परीक्षा तिथि घोषित नहीं की जाएगी।
इस घटनाक्रम से राज्यभर के अभ्यर्थियों में जहां एक ओर निराशा है, वहीं कई युवा अब यह उम्मीद जता रहे हैं कि सीबीआई जांच के बाद दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।





