लोककवि गणेश खुगशाल गणी को मिलेगा भैरवदत्त धूलिया पुरुस्कार
■गढ़वाली कविता के शसक्त हस्ताक्षर हैं गणेश गणी■
◆दशकों तक मुख्य धारा की पत्रकारिता के मजबूत स्तम्भ रहे हैं खुगशाल◆
●वर्तमान में गढ़वाली मासिक पत्रिका धाद के सम्पादक हैं गणेश●
पौड़ी।।
उत्तराखंड भाषा संस्थान देहरादून द्वारा प्रदान किये जाने वाले भैरवदत्त धूलिया सम्मान हेतु इस वर्ष लोक कविता के जाने माने कवि गणेश खुगशाल गणी का चयन किया गया है। यह पुरस्कार उन्हें मुख्यमंत्री के हाथों प्रदान किया जाएगा।
गढ़वाली मासिक पत्रिका धाद के संपादक खुगशाल को यह सम्मान लोक भाषा की प्रमुख पत्रिका के संपादन हेतु दिया जाएगा। गणेश खुगशाल गणी बीते 4 दशक से लोक कविता
व साहित्य के साथ पत्रकारिता में भी सतत रूप से सक्रिय हैं। गढ़वाल जनपद की पौड़ी तहसील की असवालस्यूँ पट्टी के खुगशा गांव में जन्मे गणेश खुगशाल गणी किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। प्रख्यात लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी की सजीव प्रस्तुतियों के दौरान खुगशाल की भूमिका हमेशा अहम रही है।