चिंता::सिल्क्यरा : ड्रिल मशीन टूटी, बचाव अभियान में देरी

उत्तरकाशी।यमुनोत्री राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के बाद तीन दिन से फंसे सभी 43 श्रमिको को सुरक्षित बाहर निकालने में अब और भी वक्त लग सकता है। ड्रिलिंग मशीन के अचानक खराब हो जाने के कारण ड्रिलिंग का काम रोकना पड़ा है। हालांकि सुरंग के अंदर फॅसे मजदूर सकुशल है।
मंगलवार की रात ऑगर ड्रिलिंग मशीन से एस्केप टनल तैयार करने का काम शुरू हुआ था मशीन के जरिये मलबे के बीच करीब तीन मीटर पाइप भी डाला गया।अचानक मशीन के एक पुर्जे के टूट जाने से ड्रिलिंग का काम रोकना पड़ा था। रात्रि ड्यूटी इंचार्ज इंजीनियर अमन बिष्ट ने बताया कि रात के समय जब ऑगर ड्रिलिंग मशीन का संचालन शुरू हुआ तो मशीन में कुछ तकनीकी खराबी आ गई। अब दूसरी ऑगर ड्रिलिंग मशीन मंगाई जा रही है।
इस मशीन से भूस्खलन के मलबे के बीच 800 मिमी व्यास के छह मीटर लंबाई वाले 11 स्टील पाइप बिछाए जाने हैं। प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि अगले 24 घंटे में सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकाल लिया जाएगा। सेना के कई अधिकारी भी राहत और बचाव कार्य में निगरानी रखे हुये है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लगातार बचाव अभियान की जानकारी ले रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला और पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी से फोन पर अपडेट लिया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से भी इस संबंध में लगातार अपडेट लिया जा रहा है।