एक और सर्जिकल स्ट्राइक, 3 बकरियों को बाड़े के अंदर मारा

अजय रावत अजेय
एक तरफ भारतीय सेना द्वारा पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकियों को मार गिराए जाने के चर्चे हैं तो वहीं जनपद गढ़वाल की पौड़ी तहसील के अंतर्गत पश्चिमी मनियारस्यूँ में एक अज्ञात जानवर ने एक अलग तरह की सर्जिकल स्ट्राइक कर पशुपालकों में दहशत फैला रखी है।
दरअसल, इस इलाके के गांवों में बीते छह माह से दर्जनों ऐसी घटनाएं घट चुकी हैं, जिनमें किसी अज्ञात जानवर द्वारा गौशाला अथवा बकरी बाड़े के दरवाजे को तोड़ कर गौवंश या बकरियों का शिकार किया जा रहा है।
आधे दर्जन से अधिक मामलों में इस जानवर द्वारा गायों को निशाना बनाया गया, जबकि इतने ही मामलों में बाड़े का दरवाजा उखाड़ कर अज्ञात जानवर द्वारा बड़ी तादाद में बकरियों को मार डाल दिया गया।
ताजा मामला क्षेत्र के ओलना गांव का है जहां अज्ञात जंगली जानवर द्वारा घर के भूतल में स्थित गौशाला का दरवाजा उखाड़ कर 3 बकरियों को मौके पर ही मार डाल दिया गया जबकि 3 अन्य लापता बताई जा रही हैं। पशुपालक त्रिलोक सिंह के सभी बकरियों के मारे जाने के बाद उनके समक्ष आजीविका का संकट खड़ा हो गया है। इससे पूर्व गत सप्ताह इसी क्षेत्र के दियुसी गांव में भी एक काश्तकार की बकरियों को इस जानवर ने बाड़े में घुसकर मार दिया था। तीन महीने पहले धारी गाँव में भी इस प्रकार की घटना में एक दर्जन से अधिक बकरियों को मार डाल दिया गया था।
लगातार हो रहे इस प्रकार के हमलों से जहां पशुपालकों में दहशत व्याप्त है वहीं वन कर्मी भी इन घटनाओं से हैरान हैं। जिस तरह से गर्दन पर सुराख़ कर पशुओं को मारा जा रहा है उससे प्रतीत होता है कि यह अज्ञात जानवर गुलदार हो सकता है किंतु जिस प्रकार इस जानवर द्वारा दरवाजों को तोड़ा जा रहा है उससे लगता है कि यह भालू भी हो सकता है। इस अनसुलझी पहेली के बीच क्षेत्र के पशुपालकों का मनोबल टूटने लगा है। यदि इस प्रकार की घटनाओं पर लगाम न लगी तो क्षेत्र में बचा खुचा पशुपालन का व्यवसाय से भी ग्रामीण मुंह मोड़ने लगेंगे।