प्रशासक बनने की हसरत पाले ब्लॉक प्रमुख भी पंहुचे सीएम के दरबार में
देहरादून॥
पंचायती राज अधिनियम में 2020 में किये गए एक संसोधन की बदौलत जिला पंचायतों के निवर्तमान अध्यक्षों की ही प्रशासक के रूप में ताजपोशी क्या हुई कि ब्लॉक प्रमुखों की हसरतें भी जाग उठीं। मंगलवार को प्रदेश भर से आये ब्लॉक प्रमुखों ने मुख्यमंत्री धामी से मिलकर उन्हें भी जिला पंचायत अध्यक्षों की भांति सौगात देने की मांग की। हालांकि सीएम ने उनकी मांग पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का भरोसा दिया किंतु उत्तराखंड पंचायती राज अधिनियम के मौजूदा प्रावधानों के रहते प्रमुखों की मांग पूरी होने की उम्मीद बेहद कम है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सचिवालय में राज्य भर से आए ब्लॉक प्रमुखों एवं प्रधान संगठन के विभिन्न पदाधिकारियो ने ब्लाक प्रमुखों एवं ग्राम प्रधानों को भी ब्लाकों एवं ग्राम सभाओं में प्रशासक के रूप में नामित किये जाने का अनुरोध किया।
किंतु यहां उल्लेखनीय है कि उत्तराखंड पंचायती राज अधिनियम 2016 की 2020 में संशोधित धारा 130 की उपधारा 6 में जिला पंचायतों के अध्यक्षों को प्रशासक नामित करने का प्रावधान है, इसी संसोधन का लाभ निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्षों को मिला। ऐसा लाभ फिलहाल प्रमुखों व ग्राम प्रधानों को मिलने की संभावना नजर नहीं आती। अब देखना है सीएम धामी ने किस बुनियाद पर उनसे मिलने आये प्रतिनिधिमंडल को सकारात्मक आश्वासन दिया।
इस प्रतिनिधिमंडल में हरीश बिष्ट , दर्शन दानु , भास्कर सम्बल , रवि कन्याल , दीपक भंडारी, गोविंद दानु ब्लॉक , महेंद्र राणा, मठुरसिंह , रणजीतसिंह आदि उपस्थित थे।