कोटद्वार: पौड़ी पुलिस की बड़ी कामयाबी, व फ़र्ज़ी कोऑपरेटिव सोसाइटी का भंडाफोड़
●अन्तर्राज्यीय फर्जी कॉपरेटिव सोसाइटी/कंपनी ने उत्तराखंड में 92 करोड़ की धोखाधड़ी करने के अलावा अन्य राज्यों में भी किया है 189 करोड़ का गबन●
पौड़ी।
कोटद्वार निवासी वादिनी तृप्ति नेगी निवासी की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुऐ THE LONI URBAN MULTI STATE CREDIT & TREFT CO-OPRATIVE SOCIETY (LUCC) के कई कर्ता धर्ताओ को गिरफ्तार कर जेल भेज फ़िया है। गिरफ्तार लोगों में कंपनी के शाखा दुगड्डा, कोटद्वार के मैनेजर विनीत सिहं निवासी ग्राम देवडाली, पोस्ट गुमखाल, पौडी गढवाल व कैशियर प्रज्ञा रावत निवासी पदमपुर मोटाढाक,जनपद पौडी गढवाल भी शामिल है। इस मामले में मुख्य अभियुक्त के दुबई भाग जाने की भी जानकारी मिली है। शिकायत कर्ता ने बताया था मैनेजर और कैशियर ने आरडी खुलवाने के नाम पर वादिनी से पैसे तो ले लिए हैं लेकिन उन्हें इसका कोई ना तो बॉन्ड दिया है और ना ही उनके पैसे को जमा किया है इस प्रकार से उक्त लोगों ने धोखाधड़ी की है। जिसके आधार पर कोतवाली कोटद्वार पर मुकदमा अपराध संख्या 142/24, धारा 420 भादवि पंजीकृत किया गया।मामला आमजन से धोखाधड़ी से संबंधित होने के कारण प्रकरण की गंभीरता और संवेदनशीलता के दृष्टिगत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार की अध्यक्षता में एक जांच टीम का गठन किया गया।
जांच टीम द्वारा उक्त प्रकरण में गंभीर विवेचना की गई। पुलिस ने जानकारी जुटाई कि गिरीश चन्द्र सिहं बिष्ट (जीसीएस बिष्ट) निवासी मीरा नगर, बीरभद्र ऋषिकेश ने वर्ष 2016 में आईडीपीएल ऋषिकेश में LUCC कंपनी/ सोसाइटी की ब्रान्च की स्थापना की गई थी तथा लोगों को LUCC में पैसा लगाकर होने वाले फायदों के बारे में बताकर लोगों का पैसा LUCC में लगवाना शुरु किया गया। धीरे-धीरे जीसीएस बिष्ट द्वारा लोगों को LUCC से लगातार जोड़ते हुए उत्तराखण्ड में LUCC की लगभग 35 शाखाये खुलवायी गई, जिसमें जनपद पौड़ी में दुगड्डा, कोटद्वार, सतपुली, श्रीनगर, एवं जनपद देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी आदि में भी शाखायें खुलवायी गई। जीसीएस बिष्ट ने अपने अधीन 04 मुख्य चेस्ट ब्रांच हेड बनायी गई जिसमें .श्रीमती मंगला निवासी मीरा नगर ऋशिकेश तरूण मौर्य निवासी मीरा नगर ऋषिकेश सोनू निवासी हर्बटपुर विकासनगर उर्मिला बिष्ट निवासी ऋषिकेश है। उक्त चेस्ट ब्रान्चों का कार्य अन्य शाखाओं से पैसा लेना व जीसीएस बिष्ट के माध्यम से आगे भिजवाने का था। बाद में जीसीसीएस बिष्ट उत्तराखण्ड हेड बन गए तथा जिनके द्वारा विभिन्न सेमिनार करवाये गए तथा लोगों को LUCC में पैसा इन्वेस्टमेन्ट करने के फायदे एवं लुभावनी स्कीमें बताकर लोगों को आकर्षित किया गया। इनके द्वारा जिन एजेंटों और ब्रांच मैनेजर के द्वारा कंपनी में ज्यादा पैसा इन्वेस्टमेंट कराया गया उन एजेन्टो व ब्रान्च मैनेजरों को विदेश घुमाने के साथ साथ महंगी गाड़ियां भी गिफ्ट देकर और प्रलोभन दिया गया। अभियुक्त मैनेजर विनीत सिंह द्वारा जीसीएस बिष्ट व उर्मिला बिष्ट ब्रान्च मैनेजर छिद्दरवाला देहरादून के कहने पर LUCC की दुगड्डा में एक शाखा खोली गयी थी। उक्त LUCC कंपनी के फायदों के बारे में लोगों को प्रभावित करने के लिये जीसीएस बिष्ट एवं उर्मिला बिष्ट द्वारा अपने साथियों के साथ कोटद्वार दुगड्डा क्षेत्र में सेमिनार आयोजित किये गये तथा लोगों को LUCC में पैसा लगाये जाने के फायदे गिनाकर लोगो को ज्यादा पैसा LUCC में लगाने हेतु प्रेरित किया गया और लोगों को बताया गया कि आप लोगों का पैसा विदेश में तेल के कुओं और सोने की खदानों आदि में लगा है और आप लोगों को इससे अच्छा फायदा होगा। एजेन्टो को बताया गया कि आप लोग जितनी आरडी, एफडी करके दोगे आप लोगों को उतना ज्यादा कमीशन मिलेगा और LUCC सोसायटी को अच्छा कारोबार देने पर आप लोगों को महंगी गाड़ियां,फ्लैट गिफ्ट मिलने के अलावा विदेश घूमने का मौका भी मिलेगा, इस प्रकार के प्रलोभनों से लोगों द्वारा LUCC में अपना पैसा लगाना शुरु कर दिया और लोगों की चेन बनती गई। शुरुआत में लोगों को मैच्योरिटी भी दी गई, जिससे लोगों का विश्वास बढ़ता गया। कंपनी/सोसायटी के लोगों द्वारा आम जनमानस में अपना विश्वास बढ़ाने के लिये अच्छा कारोबार देने वाले एजेन्टों को गाडियां भी दी गयी है तथा विदेश थाईलैण्ड, घुमाया गया, जिसके कारण लोग LUCC में अपना अधिक से अधिक पैसा लगाने लगे।
दौराने जांच ये भी पता चला कि प्रकाश में LUCC सोसायटी के विरुद्ध कोतवाली ललितपुर, उत्तर प्रदेश में वर्ष 2024 में 05 अभियोग दर्ज है तथा मध्य प्रदेश में भी अभियोग पंजीकृत हैं, साथ ही यह तथ्य भी प्रकाश में आये है कि समीर अग्रवाल पुत्र राजेन्द्र अग्रवाल निवासी मुम्बई हाल निवासी दुबई द्वारा वर्ष 2016 में SAGA नाम की सस्था की स्थापना की गयी थी, जिसमें 06 सोसाइटी बनायी गयी थी, जिसमें
LUCC- कार्यक्षेत्र यूपी हरियाणा, उत्तराखण्ड LJCC-कार्यक्षेत्र मध्यप्रदेश
SSV-कार्यक्षेत्र- महाराष्ट्र
SS- कार्यक्षेत्र- गुजरात राजस्थान
For human- कार्यक्षेत्र- बिहार हरियाणा Viswas कार्यक्षेत्र पजांब है।
उक्त सोसायटी पर समीर अग्रवाल और आर के सेड्डी निवासी मुम्बई (फाईनेन्स एडवाईजर) संजय मुदगिल ट्रेनर, परीक्षत पारसी लीगल एडवाईजर आदि का नियन्त्रण होना प्रकाश में आया है। समीर अग्रवाल का दुबई भाग जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। LUCC के अतिरिक्त जो अन्य सोसाइटी है उनके खाता धारको के मैच्युरिटी का पैसा भी वापस नहीं दिया जा रहा है और हवाला के जरिये लोगों द्वारा नगद में जमा कराया गया पैसा विदेश भेजे जाने के तथ्य भी संज्ञान में आये है।
LUCC की दुगड्डा ब्रान्च में इस वर्ष लोगों की 50 लाख रुपए की धनराशि मैच्योर हो गई लेकिन इस कंपनी/ सोसाइटी द्वारा किसी को अभी तक धनराशि वापिस नहीं दी गई है, साथ ही LUCC के मुख्य खाते में अब तक लगभग 189 करोड़ रुपए जमा हुए हैं लेकिन यह धनराशि बिना जमाकर्ताओं को वापस नहीं की गई और अब कंपनी के खातों में शेष मात्र 02 लाख रुपए ही बचे हैं, कंपनी द्वारा लोगों के पैसों को अन्य व्यक्तियों और प्राइवेट खातों में भी जमा करवाना प्रकाश में आया है साथ ही उत्तराखंड में सोसाइटी खोलने से संबंधित कंपनी के पास कोई वैध दस्तावेज भी नहीं है। अब तक की पुलिस टीम की कार्यवाही एवं संकलित साक्ष्यों के आधार पर मुकदमा उपरोक्त में धारा 467, 468, 471, 120बी व 3/21BUDS ACT तथा 03 UPID ACT की बढ़ोतरी की गई है। संबंधित नामजद 5 अभियुक्तगणों को 27 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तगणों के कब्जे से 2 फॉर्च्यूनर कार भी बरामद की गई हैं। अभियुक्तगणों न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
*नाम पता अभियुक्तगण*
1. श्रीमती उर्मिला बिष्ट (उम्र-45 वर्ष) पत्नी श्री जगमोहन सिंह बिष्ट, निवासी- गली नंबर 4 बीस बीघा आईडीपीएल ऋषिकेश, जनपद देहरादून।
2. श्री जगमोहन सिंह बिष्ट (उम्र-51 वर्ष) पुत्र श्री नारायण सिंह बिष्ट, निवासी-गली नंबर 4 बीस बीघा आईडीपीएल ऋषिकेश, जनपद देहरादून ।
3. कुमारी प्रज्ञा रावत (उम्र -25 वर्ष) पुत्री श्री प्रदीप रावत, निवासी-पदमपुर मोटाढांक, कोतवाली कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल।
4. श्री विनीत सिंह (उम्र-37 वर्ष) पुत्र श्री प्रेम सिंह, निवासी-ग्राम देवडाली, गुमखाल, थाना लैसडाउन जनपद पौड़ी गढ़वाल।
5. गिरीश चन्द्र बिष्ट (उम्र-59 वर्ष) पुत्र स्व० मोहन सिह, निवासी-ग्राम पिंगल कोट, थाना-कौसानी, जिला बागेश्वर, उत्तराखण्ड। हाल पता- मन्दिर मार्ग मीरा नगर निकट गली नम्बर -08 बापू ग्राम कोतवाली ऋषिकेश जनपद देहरादून (स्टेट हेड)।
*बरामद संपत्ति का विवरण*
1- फॉर्च्यूनर कार UK14L0100
1- फॉर्च्यूनर कार UK14H3366 इस मामले में गंभीरता से विवेचना करने वालों में
जया बलूनी अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार
विभव सैनी पुलिस उपाधीक्षक कोटद्वार, रमेश तनवार, प्रभारी निरीक्षक, कोटद्वार ,उमेश कुमार वरिष्ठ उप निरीक्षक कोटद्वार,उप निरीक्षक शशि भूषण जोशी, कोतवाली कोटद्वार
उप निरीक्षक कमलेश शर्मा प्रभारी CIU कोटद्वार,उप निरीक्षक पंकज कुमार तिवारी, कोटद्वार , उप निरीक्षक प्रद्युमन सिंह नेगी चौकी प्रभारी दुगड्डा, महिला उप निरीक्षक दीपिका बिष्ट कोटद्वार, उप निरीक्षक राजाराम कोटद्वार, मुख्य आरक्षी उत्तम रमोला CIU कोटद्वार,मुख्य आरक्षी संतोष CIU कोटद्वार,आरक्षी हेमंत कुमार कोटद्वार ,महिला आरक्षी नेहा रावत कोटद्वार ,आरक्षी हरीश CIU कोटद्वार,आरक्षी पवनीश कवि कोटद्वार,आरक्षी अमरजीत साइबर सेल कोटद्वार ,आरक्षी सतीश शर्मा कोटद्वार आरक्षी तेजपाल कोटद्वार शामिल थे।