पौड़ी: पूर्वी मनियारस्यूँ में सड़क से उतरी पीएमजीएसवाई योजना

अजय रावत अजेय
पौड़ी
हालांकि केंद्र सरकार महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के प्रति काफी गंभीर है, हालिया आम बजट में भी इस योजना के लिए भारी भरकम राशि ग्राम्य विकास मंत्रालय के लिए आवंटित की गई है। किंतु उत्तराखंड पंहुचते पंहुचते यह योजना किस तरह से छिन्न भिन्न हो रही है यह किसी से छुपा हुआ नहीं है।
जनपद गढ़वाल के कल्जीखाल विकास खंड में कुनगढ़ घाटी में स्थित दर्जनों गांवों की खातिर भी कुछ वर्ष पूर्व ढाड़ूखाल-कल्जीखाल सड़क का निर्माण हुआ था। तकनीकी कारणों से इस सड़क को पीएमजीएसवाई के तहत दो भागों में बनाया गया। पहला छोर ब्लॉक मुख्यालय कल्जीखाल की तरफ व दूसरा ढाडू खाल की तरफ से। कल्जीखाल से साकनी बड़ी व ढाडु खाल से गिन्डोडिया तक सड़क का निर्माण पीएमजीएसवाई के तहत हुआ। गिन्डोडिया से साकनी बड़ी के मध्य अवशेष 6 किमी का निर्माण प्रांतीय खण्ड लोनिवि पौड़ी द्वारा किया गया, जिससे यह सड़क सीधे ढाड़ू खाल से कल्जीखाल जाने के लिए एक बेहतर विकल्प बन गयी थी।
किन्तु पीएमजीएसवाई के साथ पीडब्ल्यूडी पौड़ी द्वारा निर्मित यह सड़क वर्तमान में सुरक्षित व सुगम यातायात लायक नहीं रह गयी है। पीएमजीएसवाई की सड़क पर डामर जगह जगह उखड़ चुका है, अनेक स्थानों पर पुस्ते बड़ी बरसात झेलने की स्थिति में नहीं हैं वहीं सड़क गड्ढों से पटी हुई है। इस सड़क पर चलते हुए कहीं यह प्रतीत नहीं हो रहा है कि पीएमजीएसवाई के तहत वार्षिक अनुरक्षण नामक कोई प्रावधान होता होगा।
वहीं बीच का 6 किमी हिस्सा, जो पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खण्ड पौड़ी के अधीन है, उसपर बने स्कपर का लिंटल जगह जगह खराब हो गया है। भेटुली गांव में तो स्कपर के ऊपर एक मीटर से बड़ा सुराख हो गया है।
लब्बोलुआब यह कि इस सड़क पर वाहनों का संचालन जारी रखना किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता देने के समान है। मैडा व गिन्डोडिया के मध्य एक स्थान पर पहाड़ी से गिरे मलबे की बुनियाद पर बने ट्रैक पर ही वाहनों का संचालन हो रहा है। यदि तेज बारिश हुई तो यह मलबा ढीला पड़ सकता है, जो किसी बड़ी दुर्घटना का सबब बन सकता है।
4 करोड़ 11 लाख का प्राक्कलन शासन में लंबित: एई
प्रोविंशियल डिवीज़न पीडब्ल्यूडी पौड़ी के सम्बंधित सहायक अभियंता मृत्युंजय शर्मा ने तत्काल इस 6 किमी हिस्से पर मलबा साफ करने व छेदों को बंद करने का भरोसा दिलाते हुए बताया कि इस हिस्से के विस्तारीकरण व डामरीकरण के लिए मुख्य अभियंता पौड़ी के माध्यम से 4 करोड़ 11 लाख का प्राक्कलन शासन को भेजा जा चुका है। वर्तमान में यह शासन स्तर पर लम्बित है। स्वी


कृति मिलते ही कल्जीखाल-ढाड़ू खाल मार्ग के लोनिवि के तहत 6 किमी हिस्से को चाक चौबंद कर दिया जाएगा।