दिल्ली: कोचिंग सेन्टर में पानी भरा, 3 छात्रों की मौत
दिल्ली।
ओल्ड राजेन्द्र नगर दिल्ली के राव आईएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट स्थित लाइब्रेरी में अचानक पानी भर जाने से तीन छात्रों की डूबने से मौत हो गई। बारिश का पानी बेसमेंट में घुस गया। बेसमेंट में लाइब्रेरी बनी है, जिसमें यूपीएससी की तैयारी कर रहे छात्र फंस गए। तीन की मौत हो गई है। रेस्क्यू शुरू कर दिया गया है। मेयर ने मौका मुआयना किया। उधर, जलमंत्री आतिशी ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। वहीं छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
आक्रोशित छात्र बोले- एसी कमरे से बाहर निकलें जिम्मेदार…और लापरवाही की जिम्मेदारी लें
मंत्री आतिशी के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश पर प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा, “ज़िम्मेदारी लेने वाला कोई नहीं है। हम चाहते हैं कि सरकार से कोई यहाँ आए और उन सभी छात्रों की ज़िम्मेदारी ले जो अपनी जान गंवा चुके हैं। वे अपने एसी कमरों से ट्वीट करके या चिट्ठी लिखकर किसी का भविष्य कैसे सुधार रहे हैं?…”गुस्साए छात्र बोले- यह आपदा नहीं, लापरवाही है…
गुस्साए छात्रों ने कहा, “एमसीडी का कहना है कि यह एक आपदा है, लेकिन मैं कहूंगा कि यह पूरी लापरवाही है। आधे घंटे की बारिश में घुटनों तक पानी भर जाता है। आपदा एक ऐसी चीज है जो कभी-कभी होती है, मेरे मकान मालिक ने कहा कि वह पार्षद से पूछ रहे थे पिछले 10-12 दिनों से नाले की सफाई होनी चाहिए… पहली मांग है कि दोषियों पर कार्रवाई हो। तत्काल मांग है कि घायलों और मौतों की वास्तविक संख्या बताई जाए। आपदा प्रबंधन के लोगों ने बताया मुझे लगता है कि 8-10 लोगों की मौत हो गई है।”
यूपीएससी के छात्रों ने कहा- सुरक्षा के कोई उपाय नहीं
राजेंद्र नगर हादसे के बाद छात्रों में काफी गुस्सा है। विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि सुरक्षा के प्रॉपर इंतजाम नहीं हैं। जान जोखिम में डालकर पढ़ाई हो रही है।
जलमंत्री आतिशी ने दिए मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने और छात्रों के फंसने की घटना की मजिस्ट्रेट जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। आप पार्टी के विधायक दुर्गेश पाठक ने आशंका जताई कि आसपास नाला या सीवर फटने से पानी भरा होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा जवाब दे कि 15 साल से उनका पार्षद था, क्या किया? वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, केजरीवाल, आतिशी और उनकी सरकार के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए। दिल्ली नगर निगम के भ्रष्टाचार की जांच होनी चाहिए। नाले की सफाई क्यों नहीं हुई?
पुलिस ने कहा- तीन छात्रों के शव बरामद, केस दर्ज
राजेंद्र नगर हादसे पर पुलिस का बयान आया है। पुलिस का कहना है कि डूबने से तीन छात्रों की मौत हुई है। इनके शव को बरामद कर लिया गया है। केस रजिस्टर्ड कर लिया गया है। जांच भी शुरू कर दी गई है।
तीन छात्रों की मौत से गुस्साए छात्रों का एमसीडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
कोचिंग इंस्टीट्यूट में हुए हादसे के बाद छात्रों में आक्रोश है। उन्होंने एमसीडी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू किया है।दिल्ली में राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में बनी लाइब्रेरी में पानी भर गया. इसमें 30 से 35 स्टूडेंट थे। इनमें से तीन की मौत हो गई। पानी 12 फीट से ज्यादा तक भर गया था। एक ही गेट होने की वजह से छात्र निकल नहीं पाए और फंस गए।
ओल्ड राजेंद्र नगर में हादसा, छात्र बोले- 80 परसेंट से ज्यादा लाइब्रेरी बेसमेंट में
ओल्ड राजेंद्र नगर में छात्रों ने इस हादसे के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि बेसमेंट में लाइब्रेरी होने की वजह से हादसा है. ज्यादा कोचिंग सेंटर्स में बेसमेंट ही लाइब्रेरी बनी हुई है।
शुरुआत में बेसमेंट से पानी नहीं निकल रहा थाः फायर ऑफिसर
फायर ऑफिसर अतुल गर्ग ने बताया कि हमें शाम 7 बजे कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने की सूचना मिली। इस पर फायर ब्रिगेड की 5 गाड़ियां भेजी गईं। सड़क पर पानी भरे होने से शुरुआत में बेसमेंट से पानी नहीं निकल रहा था। कुछ देर बाद पानी निकलना शुरू हुआ तो छात्रों के शव मिलना शुरू हुए।
बेसमेंट की अनुमति थी या नहीं एमसीडी भी करेगी जांच
नगर निगम भी हादसे की जांच करेगी। स्टडी सेंटर करोल बाग जोन में आता है। जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि भवन बनाने के दौरान सभी अनुमति ली गईं हैं या नहीं। फिलहाल, करोल बाग जोन के अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। जांच के बाद ही पता चलेगा कि भवन बनाने के दौरान बेसमेंट की अनुमति थी या नहीं। इसके अलावा यह भी देखा जाएगा
की बेसमेंट में पुस्तकालय चलाने के लिए उपयुक्त सुरक्षा व्यवस्था थी या नहीं।
निगम की गलती मिलने पर होगी कार्रवाई : मेयर
घटनास्थल पर पहुंचीं मेयर शैली ओबराय ने बताया कि एमसीडी की गलती मिलने पर दोषी अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। नाला या फिर पाइप लाइन फटने के कारण स्टडी सेंटर में पानी भरने की आशंका है। फिर भी इस मामले में गलती मिलने पर अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।