सुखद: अमृत सरोवर बना गांव पंचायत की आर्थिकी के लिए अमृत
■ग्रामीणों की पहल से गांव में बढ़ी रौनक, खुले रोजगार के द्वार■
●पौड़ी के बिचली रेवड़ी में तैयार अमृत सरोवर से हो रही है पंचायत की आर्थिकी मजबूत●
*अनिल बहुगुणा अनिल*
पौड़ी।
यदि प्रयास ईमानदारी से हों तो भारत सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारा जा सकता है और उनका फ़ायदा ग्रमीणों के साथ अन्य लोगों को भी हो सकता है। इसका एक उदाहरण पौडी जिले के मरोड़ा गांव के अमृत सरोबर है। भारत सरकार ने गत वर्ष प्रत्येक जिले में 75 ग्रामीण अमृत सरोबर बनाने का निर्णय लिया था।इस योजना को शुरू करने के पीछे सरकार की मंसा थी कि प्रकृतिक स्त्रोतों से लगातार बहने वाले पानी को एकत्र कर सरोबर बनाये जाये, जिससे अंडरग्राउंड वाटर रिचार्ज होने के साथ कृषि में भी इस पानी का उपयोग किया जा सके।
मरोड़ा गांव के प्रधान गजेंद्र सिंह रावत ने भारत सरकार के इस योजना को ईमानदारी से अपने गांव में उतार कर नया कर दिखाया है। जिला मुख्यालय पौड़ी से कुछ दूरी पर ग्राम पंचायत बिचली रेवड़ी के मरोड़ा गांव में अमृत सरोवर पर्यटकों को खूब भा रहा है। अमृत सरोवर को ग्राम पंचायत ने स्वीमिंग पूल के रूप में विकसित किया। इससे ग्राम पंचायत को राजस्व मिल रहा है।
ग्राम पंचायत बिचली रेवड़ी ने वर्ष 2023 में प्रधानमंत्री अमृत सरोवर योजना के तहत मरोड़ा गांव में 10 लागत रूपए की लागत से अमृत सरोवर का निर्माण किया गया था। प्राकृतिक स्त्रोत से सरोवर में पानी का संचय किया जा रहा है। साथ ही सरोवर के पानी से खेतों को सिंचित करने का काम भी किया किया गया। यहीं नहीं ग्राम पंचायत ने अमृत सरोवर को स्वीमिंग पूल के रूप में विकसित किया और अब पंचायत की इस योजना का लाभ स्थानीय ग्रामीणों को मिल रहा है। ग्रामीण की यह पहल दूर-दराज से पहाड़ों में घूमने आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। गर्मी से राहत पाने और लंबे सफर की थकान मिटाने के लिए पर्यटक स्वीमिंग पूल में स्नान का खूब लुत्फ उठाते नजर आ रहे हैं।
●स्थानीय युवकों को भी मिला रोजगार●
ग्राम पंचायत ने अमृत सरोवर को स्वीमिंग पुल के रूप में विकसित करने के साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार की योजना भी बनाई। पंचायत ने उनके लिए छोटी-छोटी दुकानें बनाकर दी और इससे आज गांव में रहकर ही युवाओं को रोजगार मिला।
◆पंचायत को मिल रहा राजस्व◆
स्वीमिंग पूल के निर्माण से ग्राम पंचायत को राजस्व भी मिल रहा है। जिसे विकास कार्यो में लगाया जा रहा है। स्वीमिंग पूल में स्नान करने के लिए पर्यटकों से प्रति व्यक्ति 30 रूपए सुविधा शुल्क लिया जाता है।
स्वीमिंग पूल के रूप में विकसित होने से मरोड़ा में पर्यटकों आना शुरू हो गया। अमृत सरोवर 13 मी. लंबा और 12.5 मी. चौड़ा तैयार किया गया है। इसने स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का साधन खोला है। अब तक ग्राम पंचायत को इससे 25 हजार का राजस्व प्राप्त हुआ है। इस तरह के छोटे-छोटे प्रयासों से पंचायत भी आत्मनिर्भर होगी।