श्रीनगर(गढ़वाल): केंद्रीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार किये गए पदमुक्त
श्रीनगर गढ़वाल।
केंद्रीय विश्वविद्यालय हेमवती नंदन बहुगुणा विवि ने अपने कुलसचिव को कार्य मुक्त कर दिया है। विवि ने यह निर्णय विवि की एक्सिक्यूटिव कॉसिंल के सलाह पर किया है। विवि के कुलसचिव डॉ धीराज शर्मा अपने पद पर अभी प्रोविजन पीरियड पर चल रहे थे। डॉ शर्मा की ये अवधि इसी माह पूरी हो रही थी। यदि ये अवधि पूर्ण हो जाती तो वे इस पद पर पूरे चार साल और कार्यरत रहते। डॉ शर्मा पर अपने प्रोविजन काल में ही गंभीर लापरवाही के आरोप लगते रहे थे, जिसमे सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के मामलों में भी लापरवाही के आरोप थे। इसके अलावा कुलपति के आदेशों के अहवेलना करने के आरोप भी कुलसचिव डॉ शर्मा पर थे। डॉ धीरज शर्मा मूल रूप से मेरठ के रहने वाले थे।
सूत्रों के अनुसार डॉ शर्मा की नजदीकियां आरएसएस से है। इससे पूर्व उनकी नियुक्ति विवादों में रही थी क्योंकि वे पहले भूटान के किसी निजी विवि में सहायक प्रोफेसर थे बाद में वे अमेटी विवि नोयडा में भी कार्य कर चुके है। एचएनबी गढ़वाल विवि ने अपनी 27 मई की
एक्सीक्यूटिव काँसिल में उनके प्रोविजन पीरियड में उंनको इसके अनकूल न पाते हुये उनसे विवि के कुलसचिव के दायित्व वापस ले लिए। इस निर्णय के बाद डॉ शर्मा को विवि छोड़ना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि डॉ शर्मा ने विवि में प्रोविजन पीरियड के दौरान ही एमबीए में सहायक प्रो0 के लिए आवेदन किया था जिसमें भी वे सफल नहीं हो पाए थे। डॉ शर्मा के पदच्युत होने के बाद विवि ने इंस्टूमेंटल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर डॉ एनएस पंवार को कार्यवाहक कुलसचिव नियुक्त किया है।