वन डे व ओकेजन बार के जरिये सरकारी खजाने में आये लाखों
■20 से 31 दिसंबर तक जारी किए गए थे 329 डे बार
■अन्य राज्यों के सैलानियों द्वारा स्वयं शराब कैरी करने की प्रवृत्ति पर रोक लगाना भी था मकसद
देहरादून।
क्रिसमस से लेकर न्यू ईयर ईव तक प्रदेश भर में पंहुचे सैलानी करोड़ों की शराब गटक गए। पर्यटक स्थलों में सहजता से शराब न मिल पाने के कारण बीते वर्षों तक सैलानी अपने साथ जरूरी शराब कैरी करते थे, इस पहलू को देखते हुए आबकारी महकमें ने इस वर्ष उदारतापूर्वक वन डे व ओकेजनली बार के लाइसेंस जारी किए थे। जिनमें सैलानियों ने जमकर मयकशी का लुत्फ़ उठाया वहीं सरकार के खजाने में भी इजाफा हुआ।
आबकारी आयुक्त एचसी सेमवाल द्वारा तैयार की गई पालिसी के तहत इस बार प्रदेश भर में क्रिसमस सेलिब्रेशन से लेकर 31 दिसम्बर तक 329 वन डे व ओकेजनल बार को लाइसेंस जारी किए गए थे। जनपद देहरादून में सर्वाधिक ऐसे 208 बार को अनुमति दी गयी थी जबकि नैनीताल में 82 लाइसेंस निर्गत हुए थे। पौड़ी में 13, टेहरी में 10 , अल्मोड़ा में 8 व हरिद्वार में 5 ऐसे बार लाइसेंस जारी हुए थे।
सेमवाल का दावा है कि इस पालिसी से अन्य प्रदेशों से आने वाले ऐसे सैलानी जो स्वयं के उपभोग के लिये अपने साथ शराब लाते थे वह इस मर्तबा अपने साथ शराब नहीं लाये फलस्वरूप इन वन डे व ओकेजनल बार में जमकर बिक्री हुई और राजस्व में इज़ाफ़ा हुआ साथ ही अवैध शराब पर भी लगाम लगी।