#देहरादून

उत्तरायणी मेले में भी गूजेंगी मूल निवास, भू-कानून का शंखनाद

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★चरणबद्ध आंदोलन और आरपार की लड़ाई का मन★

★प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के बयान की निंदा★

★जनवरी के अंतिम सप्ताह में हल्द्वानी में हो सकती है रैली★

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देहरादून। HTV ब्यूरो

मूल निवास 1950 और मजबूत भू-कानून को लेकर आंदोलन की अगुवाई कर रहे युवाओं ने अब आरपार की लड़ाई का मन बना लिया है। अब पूरे प्रदेश के ब्लॉक और गांव गांव में आंदोलन करने का निर्णय किया गया है। मूल निवास भू कानून समन्वय संघर्ष समिति ने अपने आगामी कार्यक्रमों की घोषणा कर दी है। समिति बहुत जल्द प्रदेश भर में व्यापक जन जागरूकता अभियान चलाएगी। मंगलवार को देहरादून में समन्वय समिति से जुड़े लोगों की अहम बैठक हुई। जिसमें मूल निवास आंदोलन को और तेज करने पर चर्चा हुई। मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी ने बताया कि प्रदेश में मूल निवास की सीमा 1950 और मजबूत भू-कानून लागू करने को लेकर चल रहे आंदोलन को प्रदेश भर में ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि बहुत जल्द ठोस कार्यक्रम बनाकर पूरे प्रदेश में जन जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा। डिमरी ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से समिति विभिन्न कार्यक्रम करेगी, इसके बाद मकर संक्रांति पर समिति के सदस्य प्रदेश के तमाम संगमों और घाटों पर जाकर देव डोलियों का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे और इस दौरान लोगों से संवाद करेंगे। इसके अलावा उत्तरायणी के दिन बागेश्वर के ऐतिहासिक सरयू बगड़ में होने वाले मेले में भी शिरकत की जाएगी। डिमरी ने बताया कि अगले माह के अंतिम सप्ताह में हल्द्वानी में विशाल रैली करने पर भी सहमति बनी है, जिस पर निर्णय जल्द लिया जाएगा। समन्वय समिति ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करण माहरा की मूल निवास को लेकर सामने आए बयान की भी आलोचना की, जिसमें उन्होंने मूल निवास की सीमा 1950 करने पर असहमति जताई है। समिति के सह संयोजक लुशुन टोडरिया ने कहा कि करण माहरा के बयान ने साफ कर दिया है कि मूल निवास को लेकर सत्ताधारी भाजपा और कांग्रेस दोनों का स्टैंड राज्य विरोधी है। उन्होंने महारा के खिलाफ का एक्शन लिए जाने की मांग करते हुए कहा कि कांग्रेस को इस मामले में अपना स्टैंड साफ करना चाहिए। बैठक समिति के कोर मेंबर मोहन रावत, प्रांजल नौडियाल, वरिष्ठ आंदोलनकारी क्रांति कुकरेती, महिला मंच से निर्मला बिष्ट, राज्य आंदोलनकारी प्रेम बहुखंडी, चारधाम महापंचायत से रजनीकांत सेमवाल, देवभूमि युवा संगठन से आशीष नौटियाल, पौड़ी बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक नमन चंदोला, प्रमोद काला, वरिष्ठ आंदोलनकारी विशंभर दत्त बौठियाल, राज्य आंदोलनकारी विपुल नौटियाल, मुन्नी खंडूरी, राज्य आंदोलनकारी संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष नवनीत गुसाईं, आंदोलनकारी मंच के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती आदि मौजूद रहे।

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