पौड़ी: निवर्तमान नगर पालिका में एक और बड़े घोटाले का पर्दाफाश
■बिना बजट के कर दिया 34.61लाख का टेंडर
■कार्यकाल समाप्ति से ऐन पहले जारी किया टेंडर
पौड़ी।
नगर पालिका पौड़ी ने भ्रष्टाचार और सरकारी धन को ठिकाने लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब एक नया मामला प्रकाश में आया है। पालिका ने 40 वर्गमीटर के पैदल सड़क पुस्ते के लिये आपदा से धन की माँग करने के बज़ाय 34.61 लाख का टेंडर जारी कर काम भी अपने चहेते को दे कर निर्माण कार्य अपने ही कार्यकाल के अंतिम दिनों में शुरू करवा दिया। भाजपा नेता और नगर पालिका के निवर्तमान अध्यक्ष यशपाल रावत उर्फ बेनाम ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में बजट न होने के बाद भी लाखों के टेंडर जारी कर अपने अपनो को निर्माण कार्य बांट दिये। हालांकि पालिका मद में बज़ट है या नहीं इसका ध्यान भी नहीं रखा गया। निवर्तमान अध्यक्ष ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में अपने चहेतों ठेकेदारों को लाभ दिलाने के लिए पौड़ी कंडोलिया मुख्य मोटरमार्ग में एक पुस्ते के निर्माण कार्य में बड़ा खेल कर डाला। अतिबृष्टि के कारण ढहे पुस्ते के निर्माण कार्य के लिए आपदा मद से मांग करने के बज़ाय पालिका मद से 40 वर्ग मीटर के पुस्ते की मरम्मत के लिए 43 लाख का टेंडर जारी कर दिया और कार्यकाल खत्म होते होते अपने एक चहेते को काम भी दे डाला। इस निर्माण कार्य में पालिका ने राजस्व उपनिरीक्षक की रिपोर्ट को भी नकार दिया।आपदा से हुए इस नुकसान के बारे में पटवारी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि भारी बारिश के चलते पौड़ी कंडोलिया मुख्य मार्ग पर वकुल रावत के आवासीय भवन तक 87 मीटर लंबे पैदल मार्ग पर 40 वर्ग मीटर का पुस्ता क्षतिग्रस्त हुआ है। जिसका निर्माण किया जाना जरूरी है लेकिन पटवारी की रिपोर्ट को नकारते हुए नगर पालिका ने आपदा मद से धनराशि की माँग करने के बजाय 34.61 लाख का टेंडर अपने कार्यकाल के अंतिम दिनों में जारी कर अपने चहेते को सेट कर दिया। तत्कालीन अध्यक्ष ने अपने चहेते ठेकेदार को ये 34.61 लाख का ठेका दे दिया गया। नगरपालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निवर्तमान अध्यक्ष यशपाल रावत उर्फ बेनाम के द्वारा इसी तरह से अन्य कई बार टेंडर में खेल कर लाखों का सरकारी धन को ठिकाने लगाने का काम किया है।