अशोक कुमार: विदाई शानदार होगी या मायूसी भरी..?
■ डकैती की जांच टीम क्या अपने डीजी को विदाई का तोहफा दे पाएगी या मायूसी से विदा होंगे अशोक कुमार
■सिलक्यारा हादसे के चलते इस कांड को लेकर दबाव कम रहा पुलिस पर
■महज़ कुछ घण्टे में कमाल दिखा पाएगी पुलिस..?
हिम तुंग वाणी।
देहरादून के पॉश इलाके राजपुर रोड में राज्य स्थापना दिवस के दिन महामहिम राष्ट्रपति के भ्रमण के बीच रिलाइंस शो रूम में दिन दहाड़े हुई 31 करोड़ की डकैती राज्य की पुलिस की काबिलियत पर बड़ा सवाल उठा गयी थी, किन्तु इस बीच 12 नवम्बर को सिलक्यारा में हुए टनल हादसे की खबर व तमाम शासन, प्रशासन व मीडिया के वहां व्यस्त होने के फलस्वरूप पुलिस की तरफ लगने वाले सवालों की झड़ी तक़रीबन बन्द हो गयी। किन्तु आगामी 30 नवम्बर को मौजूदा डीजी अशोक कुमार रिटायर होने जा रहे हैं, ऐसे में उनके सामने अपनी विदाई को शानदार बनाने की चुनौती है अन्यथा वह एक बड़े मलाल के साथ मायूसी से विदा होने को मजबूर होंगे।
रिलाइंस ज्वेल शोरूम डकैती कांड को लेकर अभी तक पुलिस जितनी कार्रवाई अमल में ला पाई है वह मात्र छवि के डैमेज कंट्रोल तक ही सीमित है। इस डकैती के बाबत किसी ठोस सुराग तक पुलिस अभी तक नहीं पंहुच पाई है। हालांकि बिहार की एक डकैती के मेन अक्यूज़ड से हुई पूछताछ के आधार पर उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी चोरी के वाहन मुहैय्या कराने वाले अकबर को ही पुलिस दबोच पाई है। अभी यह भी स्पष्ट नहीं कि इस डकैती में शामिल डकैतों द्वारा अकबर या अकबर के परिचित किसी चोरी के वाहन बेचने वाले गिरोह से ही डकैती में प्रयुक्त वाहन खरीदे गए थे। पुलिस की तथाकथित ताबड़तोड़ दबिश व कार्रवाई के अभी कोई ठोस नतीजे नज़र नहीं आ रहे हैं।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि सिलक्यारा टनल हादसा न होता तो आज यह डकैती कांड मीडिया के जरिये पब्लिक डोमेन में पहले पायदान पर होता, जाहिर सी बात है ऐसे में पुलिस चौतरफा सवालों के चलते बड़े दबाव में होती। सबसे बड़ा दबाव डीजी अशोक कुमार पर होता, जो आगामी 30 नवम्बर को सेवानिवृत्त होने जा रहे हैं। उन्हें अपनी पोलिसिंग व नेतृत्व क्षमता को साबित करने का यह सबसे बड़ा अवसर था, जिसमें कामयाबी उनकी विदाई को शानदार व प्रतिष्ठामय बनाती।
इधर अब महानिदेशक पुलिस के रिटायर होने को महज़ कुछ घण्टे शेष रह गए हैं, इन चंद घण्टों में क्या जांच टीम अपने सेवानिवृत्त हो रहे बॉस को रिटायरमेन्ट का बड़ा तोहफा दे पाएगी या उन्हें मायूसी के साथ ही विदा करेगी।