बलूनी की अजब इगास: शाह, शम्मी, त्रिवेंद्र-उमेश आस पास
■इगास के तथाकथित आधुनिक जनक अनिल बलूनी के घर हुई हाई प्रोफाइल इगास
■क्रिकेटर मोहम्मद शमी को लेकर पंहुचे उमेश जे कुमार
■त्रिवेंद्र ने भी बीच में छोड़ी सीता माता पथ यात्रा
अजय रावत अजेय(हिम तुंग वाणी)
कुछ वर्ष पूर्व बड़े प्रचार प्रसार के साथ राज्य सभा सांसद
अनिल बलूनी ने पौड़ी स्थित अपने पैतृक गांव में इगास मनाने की पहल की थी। उनके समर्थकों द्वारा तो यह भी दावा किया गया था कि इगास जैसे लोकपर्व को भुलाया जा चुका था जिसे बलूनी ने पुनर्जीवित कर दिया है। बाकायदा उन्हें इगास का आधुनिक जनक तक कहा जाने लगा।
किन्तु इस मर्तबा बलूनी ने इगास अपने गांव में मनाने के बजाए दिल्ली स्थित अपने आवास में मनाई। यह समारोह बेहद हाई प्रोफाइल हो गया था आखिर होता भी क्यों नहीं, क्योंकि भाजपा का चाणक्य माने जाने वाले अमित शाह स्वयम इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
इधर उत्तराखंड के सिलक्यारा में 41 जिंदगियों को बचाने की जद्दोजहद जारी थी तो उधर दिल्ली में इगास के बहाने एक हाई प्रोफाइल व हैरतअंगेज जमावड़ा जुटा हुआ था।
हैरतअंगेज इस मायने में कि इस कार्यक्रम में हाल ही में मोदी द्वारा गले लगाए गए क्रिकेटर मोहम्मद शमी भी मौजूद थे। बताया जा रहा है कि मुहम्मद शमी को विशेष तौर पर इनवाइट किया गया था। यदि सूत्रों की माने तो बाकायदा उन्हें इस कार्यक्रम में लाने के लिए उत्तराखंड के चर्चित विधायक व हरीश रावत एवं त्रिवेंद्र सिंह रावत के कट्टर विरोधी उमेश कुमार को अधिकृत किया गया था। उत्तराखंड से लगे उप्र के अमरोहा के इस क्रिकेटर को इस कार्यक्रम में बुलाने के निहितार्थ निकालना काफी मुश्किल हो रहा है। हालांकि बिना निहितार्थ के यह निमंत्रण रहा नहीं होगा।
वहीं सबसे चौंकाने वाली उपस्थिति पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत की थी, जो 22 से 24 नवम्बर तक देवप्रयाग से कोट ब्लॉक के सीता माता समाधि स्थल की धार्मिक यात्रा में व्यस्त थे। आखिर 23 को इगास के बहाने वह आनन फानन में सीधे अनिल बलूनी के दिल्ली आवास कैसे धमक पड़े। इगास के भैले तो वह कोट ब्लॉक के मुछियाली में भी शानदार तरीके से खेल सकते थे, उसके लिए दिल्ली दौड़ने की जरूरत तो न रही होगी। जाहिर सी बात थी इस जमावड़े में उत्तराखंड की सियासत व आगामी लोक सभा टिकट के गणित के समीकरणों पर अवश्य चर्चा हुई होगी।
इस समागम में उमेश जे कुमार के साथ त्रिवेंद्र सिंह रावत की उपस्थिति ने तो सबको चौंका डाला, यह दो ध्रुबों के मिलन से कम न था। अनिल बलूनी का निवास और अमित शाह की मौजूदगी,त्रिवेंन्द और उमेश कुमार का एक साथ खड़े होना..अनिल बलूनी की इस इगास के भैले से निकली चिंगारियां भविष्य में कहीं न कहीं , कुछ न कुछ अवश्य सुलगाएंगीं।