वनकर्मियों की मौजूदगी में ही बाघ ने राम बहादुर को उतार दिया मौत के घाट
■हमलावर बाघ को किया ट्रेंकुलाइज
रामनगर-: कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व की ढिकाला रेंज में बाघ ने एक और श्रमिक को अपना शिकार बना डाला। ढिकाला वन परिसर की सोलर फेंसिंग सफाई कार्य में लगे एक श्रमिक नाम पर बाघ ने हमला कर दिया जिससे उसे श्रमिक की दर्दनाक मौत हो गई । जब ये घटना इस आदमखोर द्वारा की गई तब वहाँ पर 5 श्रमिक इसी काम में लगे हुये थे। हालांकि मजदूरों के ककम करते हुऐ सुरक्षा हेतु दो हथियारबंद वन कर्मचारी तैनात थे। आदमखोर बाघ द्वारा खड़क सिंह उम्र 57 वर्ष पर बाघ द्वारा अचानक हमला कर दिया गया। घटना की सूचना मिलने के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया। बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को के में लेकर उसे पोस्टमार्टम हेतु रामनगर भेज दिया है, तथा विभाग द्वारा परिजनों को नियमानुसार अनुग्रह राशि के भुगतान की कार्यवाही की जा रही है।
बताया जा रहा है कि मौके पर मौजूद हथियारबंद वन कर्मचारियों द्वारा 10 राउंड हवाई फायर कर भी किया गया लेकिन बाघ अपनी जगह से नहीं हिला और उसने अपने शिकार को मार डाला। श्री राम बहादुर को बाघ से छुड़ाया गया, परन्तु तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। इसी दौरान दैनिक श्रमिक राम बहादुर पुत्र श्री घटना प्रसाद को सूचना दी गई। विभाग को सूचना दी गई।
निदेशक कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व डॉ धीरज पाण्डेय तथा प्रमुख वन संरक्षक वन्यजीव /मुख्य वन्य जीव प्रतिपालक, उत्तराखंड डॉ समीर सिन्हा को दी गई तथा दूरभाष पर ही चिन्हित बाघ को पकड़ने की अनुमति प्राप्त की गई। बाघ को ट्रेनकुलाइज़ कर पकड़ने हेतु निदेशक, कॉर्बेट टाइगर रिज़र्व डॉ धीरज पाण्डेय के निर्देशन मे सघन अभियान चलाया गया। इस अभियान मे 02 हाथी टीम, 1 ड्रोन टीम, त्वरित कार्यवाही दल के सदस्य तथा वेटरनरी टीम उपस्थित रहे तथा चिन्हित नर बाघ को लगभग 2:30 बजे अपरान्ह सफलता पूर्वक ट्रेनकुलाइज़ कर पकड़ लिया गया। बाघ के डीएनए सैंपल CCMB हैदराबाद तथा WII देहरादून भेजे जा रहे हैँ। नर बाघ की उम्र लगभग 02 वर्ष बताई जा रही है, उम्र कम होने के कारण शावक यह पूर्ण रूप से स्वस्थ है.