तम्बाकू नहीं हमारे पास, कैसे कटेगी रात
उत्तरकाशी। सिल्क्यरा में टनल के अंदर फंसे श्रमिक स्वस्थ व निश्चिन्त हैं, इस बात की तस्दीक ऐसे होती है कि श्रमिकों ने तम्बाकू की डिमांड भी की है। यानी कि मजदूर भी निश्चिन्त हैं कि उन्हें बचाने के प्रयास तेजी से जारी हैं और जल्द ही उन्हें बचा लिया जाएगा।
दरअसल पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड में तम्बाकू चबाना काफी प्रचलित है। मजदूर वर्ग तम्बाकू के सहारे घण्टों तक पूरी तन्मयता से मेहनत भी करते हैं। मजदूरों का तम्बाकू जैसी मांग करने भले थोड़ा अटपटा लगता हो किन्तु यह सुखद संकेत है।