पुरानी पेंशन की खातिर आर पार, दिसंबर से करेंगे कर्मचारी प्रहार
पौड़ी। एचटीवी ब्यूरो
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा 10 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के दिन पुरानी पेंशन बहाली के लिए मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेगा और इस बार इस लड़ाई को निर्णायक बनाने के मूड में भी है। मोर्चा अब राजस्थान के आसन्न चुनावों में भी वहाँ रैली करने का निर्णय ले चुका है।
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली सँयुक्त मोर्चे की आज ऑनलाइन बैठक हुई जिसने मोर्चे द्वारा आगामी कार्यक्रमो के सम्बंध में आंदोलन कार्यक्रम जारी किया गया, मोर्चे के प्रांतीय अध्यक्ष जयदीप रावत ने संयुक्त मोर्चा के 13 नवंबर से होने वाले कार्यक्रमों की घोषणा करते हुए बताया कि संयुक्त मोर्चा 13 नवंबर से 20 नवंबर तक प्रदेश भर में काला फीता बांध कर विरोध प्रदर्शन करेगा l प्रदेश भर के 80000 कर्मचारी इस विरोध कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे l शनिवार को गूगल मीट के माध्यम से हुई ऑनलाइन बैठक में निर्णय लिया गया कि 21 से 28 नवंबर के बीच जिलाधिकारी के माध्यम से पुरानी पेंशन बहाली के लिए मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किए जाएंगे l 30 नवंबर को कमिश्नर के माध्यम से राज्यपाल को पुरानी पेंशन के लिए पत्र प्रेषित किया जाएगा l
1 दिसंबर से 9 दिसंबर तक कार्यालयों के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और 10 दिसंबर को मुख्यमंत्री आवास पर विशाल धरने का आयोजन किया जाएगा l
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल का कहना है कि नई पेंशन योजना सरकारी कर्मचारियों के लिए छलावा है ,35 से चालीस वर्ष की सेवा करने के बाद 70 से 80 हजार वेतन ले रहा कर्मचारी ₹1000 भी पेंशन नहीं ले पा रहा है l सरकार को इस योजना को बंद करके वास्तविक पेंशन योजना पुरानी पेंशन योजना को बहाल करना चाहिए l
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने बताया कि राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा इस बार आर या पार की लड़ाई को तैयार है ,अगर राज्य सरकार पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती तो लोकसभा चुनाव में इसके नतीजे भुगतने को तैयार रहे l
राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के प्रांतीय प्रवक्ता डॉक्टर कमलेश कुमार मिश्र ने बताया कि देश के 36 महासंघों के बैनर तले मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत के नेतृत्व में विशाल प्रदर्शन किया गया था लेकिन सरकार द्वारा अभी भी इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका है l
बैठक में डॉक्टर नवीन सैनी, विवेक सैनी , नरेश कुमार भट्ट, अंकित रौथान, पूरन फरस्वान,प्रवीण घिल्डियाल, सतीश कुमार सिंह, माखन लाल शाह, रोहित जोशी, रश्मि गौड़, बबीता रानी, जसपाल रावत, शशि चौधरी,सीमा पुंडीर,अंजू पुरोहित,रेखा बिष्ट, प्रवीन कुमार,संग्राम नेगी, आदि पदाधिकारी मौजूद रहे l