नीट काउन्सलिंग में प्रमाण-पत्रों के फर्जीबाडे से बाहरी अभ्यर्थियों का चयन..!
देहरादून॥
फर्जी निवास और जाति प्रमाण पत्रों के आधार पर नीट काउन्सिल में चयनित अभ्यर्थियों के खिलाफ राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी मुकदमा दर्ज करायेगी। आरोप है कि उत्तराखण्ड नीट 2024 की स्टेट काउन्सलिंग में अन्य राज्यों के छात्र-छात्राएं फर्जी डोमिसाइल, ओबीसी, ईडब्लूएस व अनाथ प्रमाण-पत्र बनवा कर उत्तराखण्ड राज्य के एमबीबीएस मेरिट में आये अभ्यर्थियों की सीटें हथिया रहे हैं।
उक्त आरोपों के साथ ही ऐसा फर्जीवाडा करने वाले अभ्यर्थियों, अभिभावकों और इसमें संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ मुकद्मा पंजीकृत करवाने की बात देहरादून प्रेस क्लब में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेस में राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी केे राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव प्रसाद सेमवाल ने कही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि या तो ये सभी अभ्यर्थी खुद ही अपने फर्जी प्रमाण-पत्र वापस/आवेदन पत्र ले लें या फिर मुकद्मा झेलने के लिए तैयार रहें। उन्होंने बताया कि बाहर से आकर युवा काउन्सलिंग के बीच में अपने कागजातों को अपडेट करवा रहे हैं। इससे प्रदेश के नीट पास आउट वे युवा जिन्हें उत्तराखण्ड के मेडिकल कॉलेजों में दाखिला लेना है, वे हतोत्साहित व प्रभावित हो रहे हैं।
सेमवाल ने कहा कि आवेदन के साथ जमा करवाये जा रहे प्रमाण-पत्रों के निर्गत की तिथि नीट फॉर्म भरने के समय या उससे पूर्व होनी चाहिए तभी सही चयन सम्भव हो पायेगा। उन्होंने सरकार से मांग की कि काउन्सलिंग के बीच में कागजातों के अपडेट करवाये जाने की प्रक्रिया को तुरन्त बन्द कर दिया जाना चाहिए।
राष्ट्रवादी रीजनल पार्टी के अध्यक्ष श्री सेमवाल ने अनेक उदाहरण देते हुए कहा कि प्रथम काउन्सलिंग के परिणाम और द्वितीय काउन्सलिंग के परिणाम में इतनी अनियमितता है कि कोई भी व्यक्ति इस फर्जीबाडे को आसानी से समझ सकता है।
प्रेस कान्फ्रेस में उन्होंने ऐसे अनेक प्रकरणों का खुलासा किया जिसमें अभ्यर्थियों का फर्जी निवास प्रमाण-पत्र, अनाथ प्रमाण-पत्र, ओबीसी प्रमाण-पत्र वा आर्थिक रूप से पिछड़ा प्रमाण-पत्र आदि बनवाया गया है और इसके बाद उनका उत्तराखण्ड के मेडिकल कॉलेजों चयन कर दिया गया है।
प्रेस कान्फ्रेस में सेमवाल के साथ उनकी पार्टी के अन्य पदाधिकारी व बड़ी संख्या में नीट काउन्सलिंग के अभ्यर्थी व उनके अभिभावक भी उपस्थित थे।