पैनखण्डा ही क्यों, पूरे उत्तराखण्ड को केन्द्रीय ओबीसी आरक्षण दो : गोदियाल
देहरादून॥
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा है कि भाजपा सांसद केवल पैनखण्डा ही नहीं बल्कि पूरे उत्तराखण्ड को ओबीसी आरक्षण श्रेणी में लाने हेतु केन्द्र सरकार से मांग करें।
राज्यसभा सांसद और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट के इस बयान पर कि पैनखण्डा को केन्द्रीय ओबीसी की श्रेणी में लाये जाने की पैरवी की जायेगी पर कांग्रेस नेता गोदियाल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। गोदियाल ने सांसद महेन्द्र भट्ट के बयान पर इसलिए तत्काल प्रतिक्रिया जाहिर की क्यों की वर्ष-2016 में हरीश रावत की कांग्रेस सरकार ने पैनखण्डा के साथ ही राठ क्षेत्र को भी प्रदेश स्तर पर ओबीसी आरक्षित श्रेणी में घोषित किया था। राठ क्षेत्र को ओबीसी आरक्षण श्रेणी में लाने का श्रेय कांग्रेस नेता गोदियाल को ही दिया जाता है।
गोदियाल का कहना है कि महेन्द्र भट्ट वर्तमान में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं और राज्यसभा सांसद भी हैं इसलिए उनकी मांग पर केन्द्र सरकार निश्चित रूप से विचार कर सकती है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड से लोकसभा और राज्यसभा में सभी भाजपा सांसद हैं और अगर ये सभी एक साथ इस मांग को उठाते हैं तो को केन्द्र सरकार इस पर विचार करने को बाध्य हो सकती है। उन्होंने इसीलिए महेन्द्र भट्ट से केवल पैनखण्डा की बात न कर सम्पूर्ण उत्तराखण्ड को केन्द्रीय ओबीसी आरक्षण की श्रेणी में लाने की मांग की है।
ज्ञातव्य है कि कांग्रेस की हरीश रावत सरकार ने चमोली में पैनखण्डा व पौड़ी में राठ क्षेत्र के साथ ही प्रदेश के कुछ अन्य क्षेत्रों को प्रदेश की ओबीसी आरक्षण श्रेणी में शामिल किया था। वर्तमान में प्रदेश में ओबीसी वर्ग को 14 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। केन्द्र व प्रदेश के ओबीसी आरक्षण का सर्वाधिक लाभ वर्तमान में हरिद्वार और उद्यमसिंह नगर जनपद को मिल रहा है। केन्द्रीय ओबी
सी आरक्षण वर्तमान में प्रदेश की रवाईं जौनसार आदि कुछ इलाकों साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग में सम्मिलित जातियों को मिल रहा है।