जल निगम व संस्थान पर डीएम हुए लाल, बख्शे नहीं जाएंगे दोषी
पौड़ी। (हिम तुंग वाणी ब्यूरो)
जलजीवन मिशन की धीमी प्रगति को लेकर नाराज़ कलक्टर डॉ आशीष चौहान ने अधिकारियों को चेताते हुए कहा कि वह अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं, साथ ही जोड़ा कि जो भी ठेकेदार भ्रमित तथ्य पेश कर रहे हैं उनकी सूची बनाएं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लायी जाएगी।
डीएम ने स्पष्ट किया कि वह इस महत्वाकांक्षी मिशन में देरी व लापरवाही किसी भी दशा में बर्दास्त नही करेंगे।
जिलाधिकारी डॉ आशीष चौहान ने जिला कार्यालय स्थित एन0आई0सी0 कक्ष में जल जीवन मिशन के कार्यो की प्रगति की समीक्षा बैठक ली। जल जीवन मिशन के कार्यो की धीमी प्रगति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों को क्षेत्र में धीमी गति से कार्य करने वाले जूनियर इन्जिनियर के नाम उपलब्ध कराने के नर्देश दिये हैं। उन्होने स्पष्ट किया कि जनहित से जुड़ी इस महत्वकांक्षी योजना में किसी भी प्रकार शीथीलता पर सम्बन्धित अधिकारी के विरुद्व कड़ी कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। जल जीवन मिशन के तहत जनपद में गतिमान 2778 में से 2318 योजनाओं पर कार्य पूरा हो चुका है, जबकि 460 योजनाओं पर कार्य प्रगति पर है। बैठक में बताया गया कि दो करोड़ की लागत वाली 58 योजनाओं में से केवल 23 योजनाओं के कार्य की प्रगति 50 प्रतिशत से अधिक है। पम्पिग योजनाओं के लिए विद्यतु संयोजन स्थापित करने के लिए उन्होने विद्युत विभाग के अधिरिकारियों को त्वरित गति से कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं। हर घर जल योजना के तहत लाभान्वित परिवारों के प्रमाणीकरण के लिए निर्धारित 2299 के लक्ष्य के सापेक्ष 503 हाऊसहोल्ड के सम्बन्ध में ही प्रमाण पत्र प्राप्त हुए है, जिसपर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सर्टिफिकेशन की कार्यवाही को बढाया जाय।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अपूर्वा पाण्डे, अधीक्षण अभियन्ता जल निगम मो0 मीशम, अधीक्षण अभियन्ता जल संस्थान पीके सैनी, ईई जल संस्थान पौड़ी एसके राय, ईई जल निगम श्रीनगर दीक्षा नौटियाल, पीएम स्वजल दीपक रावत सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।