नयार घाटी के पर्यटन को लेकर जिलाधिकारी की एक और कयावद
अजय रावत अजेय , संपादक
जिलाधिकारी गढ़वाल डॉ आशीष चौहान नयार घाटी में पर्यटन की गतिविधियों को पंख लगाने की खातिर एक और प्रयास करने को प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं, हालांकि त्रिवेंद्र सरकार के दौरान भी बिलखेत में एक मेगा इवेंट हुआ था जिसका नतीजा उत्साह जनक न रहा। इसके पश्चात गत वर्ष नयार व गंगा के संगम स्थल ब्यासघाट-बागी में भी नयार उत्सव मनाया गया। इसके परिणामों की अभी प्रतीक्षा है। इधर एक स्याह पक्ष भी है कि कई मर्तबा प्रशासन व प्रयोगधर्मी अधिकारियों के महत्वाकांक्षी इरादों की राह में सियासतदानों की आपसी खींचतान रोड़ा बन कर आ जाती है। बहरहाल वर्तमान कलक्टर डॉ चौहान एक मर्तबा फिर नयार घाटी को टूरिज्म हब बनाने का प्रयास करने जा रहे हैं। जिसके तहत आगामी नवम्बर माह में बिलखेत में एक बड़ा आयोजन होना है। यह प्रस्तावित इवेंट इस क्षेत्र में तीसरा बड़ा आयोजन होगा। पिछले अनुभवों के चलते आशंकाए भी है फिर भी उम्मीद की जानी चाहिए कि यह तीसरा प्रयास इस घाटी को पर्यटन के मानचित्र पर अंकित करने की दिशा में सफल होगा।
इधर, जिला सूचना कार्यालय पौड़ी के द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने और स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए आगामी नवंबर माह में सतपुली के बिलखेत में नयार वैली फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की।
जिलाधिकारी ने प्रस्तावित नयार वैली फेस्टिवल को लेकर जिला पर्यटन विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि फेस्टिवल से संबंधित विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर पर्यटन निदेशालय को भेजना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि नयार वैली फेस्टिवल में पैराग्लाइडिंग, माउंटेन बाइकिंग, कयाकिंग, एग्लिंग जैसी रोमांचक खेल गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। जिलाधिकारी ने पर्यटन अधिकारी को इन सभी प्रतियोगिताओं के आयोजन में होने वाले संभावित खर्च का आकलन कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा। उन्होंने कहा कि नयार घाटी क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं और इस तरह के आयोजनों से न केवल क्षेत्र की पहचान बढ़ेगी बल्कि स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
बैठक में मुख्य कोषाधिकारी गिरीश चंद्र व जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिंह नेगी उपस्थित थे।





