सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद राहुल को निदेशक पद से हटाया गया
देहरादून ॥
सुप्रीम कोर्ट की गम्भीर टिप्पणी के बाद सरकार द्वारा राजाजी नेशनल पार्क के डायरेक्टर राहुल (आईएफएस) को हटा दिया गया है। हालांकि वन मंत्री ने स्पष्ट किया है कि राहुल ने स्वयं इस पद से हटने की इच्छा जाहिर की थी। भले वन मंत्री व सरकार कोई भी तर्क दे किन्तु माननीय उच्चतम न्यायालय की कड़ी टिप्पणी के महज़ 6 घण्टे बाद राहुल को हटाने के फैसले से साफ जाहिर होता है कि सरकार अपनी किरकिरी होने से बचने को राहुल की इच्छा का हवाला दे रही है। यदि राहुल को लगता है कि यह पद उनके उपयुक्त नहीं है तो एक माह से उन्हें यह खयाल क्यों नहीं आया।
आपको बता दें अगस्त महीने में ही उन्हें राजा जी नेशनल पार्क का निदेशक बनाया गया था। इससे पहले वे कॉर्बेट नेशनल पार्क के निदेशक पद पर तैनात थे । उनके निदेशक बनने के बाद विरोध हो रहा था। इसलिए सरकार ने उन्हें पद मुक्त कर दिया है।कॉर्बेट पार्क के पाखरो रेंज में अवैध कटान के मामले में सीबीआई जांच चल रही है। राहुल को राजा जी नेशनल पार्क का डायरेक्टर बनाने के बाद वन्य जीव संरक्षण प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गयी थीं जिसका विरोध हो रहा था। अब राहुल को हटाने की चर्चा प्रदेश में जारी है। ऋषिकेश में एक कार्यक्रम में पहुंचे वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि राहुल को हटाया नहीं गया बल्कि उन्होंने खुद आग्रह किया था कि मुझे इस पद से पद मुक्त किया जाए। उन्होंने लिखा कर दिया था, क्योंकि राहुल ने कहा कि मैं सीसीएफ रैंक का अधिकारी हूं और राजा जी नेशनल पार्क का इस पद के लिए मैं उपयुक्त नहीं हूं।यह पद सीएफओ रैंक का है। लिहाजा मुझे पदमुक्त किया जाए।