केदारनाथ: वही होगा टिकट का हकदार, जो करेगा पार्टी का सबसे ज्यादा विस्तार
विमल नेगी, पौड़ी।
विधानसभा के केदारनाथ उपचुनाव में अब उस उम्मीदवार का दावा चुनाव लड़ने के लिए अधिक पुख्ता माना जायेगा जो इस विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक पार्टी सदस्य बनायेगा।
केदारनाथ उपचुनाव के लिए भाजपा ने पार्टी उम्मीदवारों के सामने एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। टिकट की उम्मीद कर रहे पार्टी नेताओं को इस सीट पर चुनाव लड़ने के लिए अधिकाधिक सदस्यों को पार्टी सदस्यता दिलानी होगी, जो उम्मीदवार जितने अधिक सदस्य बनायेगा उसकी सदस्यता उतनी अधिक पुख्ता मानी जायेगी।
विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद केदारनाथ सीट जुलाई-2024 में खाली हो गयी है। इस सीट पर 6 महीने के भीतर नौ जनवरी-2025 से पूर्व उपचुनाव होने हैं। इस उपचुनाव हेतु इस क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अपनी उम्मीदवारी सशक्त करने के लिए जोड़-तोड़ में लगे हैं। परन्तु इस बीच पार्टी हाईकमान से आये इस सदस्यता अभियान के फरमान से इन उम्मीदवारों के लिए एक नयी चुनौती पेश हो गयी है।
केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव लड़ने के लिए जिन उम्मीदवारों द्वारा दावेदारी पेश की जा रही है उनमें दो बार विधायक रह चुकी और वर्तमान में महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत, लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल कुलदीप रावत, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय, पूर्व दर्जाधारी दिनेश बग्वाड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश उनियाल आदि शामिल हैं। चर्चा तो यहॉं तक है कि इस उपचुनाव में पूर्व केन्द्रीय मन्त्री व पूर्व मुख्यमऩ्त्री डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक भी दावेदारी पेश कर सकते हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को भी एक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि कुछ हलकों में कर्नल अजय कोठियाल के नाम की भी चर्चा है।
बताया जा रहा है कि जब निर्वाचन आयोग इस सीट पर उपचुना
व की घोषणा करेगा, तभी दावेदारों का पैनल पार्टी हाईकमान को भेजा जायेगा। इसमें यह भी देखा जायेगा कि जिस उम्मीदवार की जितनी बड़ी भूमिका होगी, उसे उसी हिसाब से पार्टी टिकट की दावेदारी देखी जायेगी।