नरभक्षी गुलदार: दस दिनों के अंदर ने किया तीसरा शिकार
नैनीताल। नैनीताल जिले के भीमताल इलाके में गुलदार ने 10 दिन में तीसरी वारदात कर एक युवती को अपना शिकार बना डाला है। भीमताल में हिंसक वन्यजीव तीसरी युवती को अपना शिकार बनाकर यह साबित करवा दिया कि उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में गुलदारों की संख्या दिन प्रति दिन बढ़ कर ख़तरनाक स्थिति में पहुँच गई है। ग्रामीणों ने परिजनों के साथ मिलकर वन विभाग के खिलाफ भारी हंगामा करना शुरू कर दिया है।नैनीताल जिले में भीमताल के अल्चोना गांव में आज एक बार फिर हिंसक वन्यजीव ने 20 वर्षीय निकिता शर्मा को मार दिया। घटना के समय विपिन चंद शर्मा की पुत्री निकिता अपने घर के पास ही मौजूद थी, जब हिंसक वन्यजीव के हमले में उसको अपनी जान गंवानी पड़ी। घटना की सूचना ग्राम प्रधान ने ब्लॉक प्रमुख को दी जिसके बाद जिलाधिकारी और वन विभाग को जानकारी दी गई।अपनी टीम के साथ पहुंचे डी.एफ.ओ.ने घटनास्थल का दौरा किया। आदमखोर घोषित इस हिंसक वन्यजीव के गुलदार या बाघ होने की पुष्टि अभी तक वन विभाग नहीं कर सका है। हमला कर महिलाओं को मौत के घाट उतारने की इस तीसरी घटना से ग्रामीणों में भय व्याप्त है।
गुलदार को मुख्य वन संरक्षक द्वारा आदमखोर घोषित किये जाने पर उच्च न्यायालय ने भी संज्ञान लिया था। इनके व्यक्तिगत रूप से न्यायालय में खड़े होने के बाद न्यायालय ने इन्हें इस हिंसक जानवर को खदेड़ने, पिंजरे में पकड़ने या ट्रेंक्यूलाइज कर रैस्क्यू सेंटर भेजने के ऑप्शन पर काम करने को कहा था। न्यायालय ने कहा की जब मुख्य वन संरक्षण संतुष्ट होंगे तभी किसी हिंसक जानवर को मारने की अनुमाती दी जा सकेगी।
अलचौना के ताड़ा गांव में हिंसक वन्यजीव ने घर के समीप खेत में घास काट रही निकिता पर हमला कर दिया। ग्रामीण घटना के बाद से दहशत में हैं और हिंसक वन्यजीव से राहत दिलाने की मांग कर रहे हैं।एस.डी.एम.प्रमोद कुमार ने कहा कि घटना के समय और अब हिंसक जानवर की तलाश की जा रही है। लोग घर में ही सुरक्षित रहें और अपने मवेशियों के लिए चारा लेने जंगल न जाएं, उसकी व्यवस्था गांव में ही करा दी गई है। नैनीताल जनपद के भीमताल क्षेत्र में 10 दिन में बाघ के हमले यह तीसरी घटना है जहां युवती की मौत हुई है। ब्लॉक की ग्राम पंचायत अलचौना के तोक तांडा में मंगलवार की शाम खेत में चारा काट रही किशोरी पर बाघ ने हमला कर दिया। किशोरी का शव दो किमी दूर से बरामद कर लिया गया है। किशोरी की मौत के बाद से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। इससे पूर्व भी बाघ या गुलदार दो महिलाओं को मौत के घाट उतार चुका है. 10 दिन के भीतर यह तीसरी घटना है।