#पौड़ी

भूस्वामी को नहीं मिला मुआवजा, बन्द कर दी डांगी की सड़क

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कल्जीखाल विखं का है मामला

■जिला योजना व विधायक निधि से कटी थी सड़क

■मुआवजा बना लोनिवि की फांस

हिम् तुंग वाणी, पौड़ी

कल्जीखाल विकास खंड के डांगी के ग्रामीण बीते 2 वर्षों से सड़क का आनंद ले रहे थे कि अचानक बीते गुरुवार की सुबह ग्रामीण तब हक्के बक्के रह जब उन्होंने देखा कि सड़क के बीचों बीच उन्होंने दीवार खड़ी देखी। दरअसल इस सड़क के लिए पाली गांव के जिस ग्रामीण ने भूमि दी थी, उसने मुआवजा न मिलने से खिन्न होकर बीच सड़क पर दीवार चुन डाली। ग्रामीणों ने जब इस बाबत लोनिवि से शिकायत की तो विभाग ने भी मुआवजे को लेकर पशोपेश में है।

घंडियाल से पाली जाने वाली लोनिवि प्रांतीय खंड पौड़ी की सड़क से डांगी तक एक सम्पर्क मार्ग का निर्माण कराया गया था। जिससे डाँगी गांव के ग्रामीणों को काफ़ी सहूलियत मिलने लगी थी। बताया जा रहा है कि इस मार्ग का निर्माण जिला योजना व अन्य मद से हुआ था। करीब दो वर्ष तक ग्रामीण इस सड़क के जरिए आसानी से घंडियाल तक आवाजाही करने लगे थे। लेकिन पाली गांव के भूस्वामी द्वारा सड़क के बीचोंबीच पत्थर व लकड़ी की बाढ़ लगा दी।

■मुआवजे का वचन दिया था विभाग व ठेकेदार ने: भूस्वामी

आक्रोशित भूस्वामी सुधीर थपलियाल का कहना है कि जब इस संपर्क मार्ग का निर्माण शुरू हुआ था तो न केवल ठेकेदार बल्कि विभागीय नुमाइंदों द्वारा भी कहा गया था कि उन्हें मुआवजा दिया जायेगा। वह दो सालों तक इंतजार करते रहे, लेकिन मुआवजा नहीं मिला। तो उनके द्वारा लोनिवि द्वारा यह तर्क देते हुए मुआवजा देने से इनकार कर दिया गया कि यह सड़क जिला योजना के तहत बनी है, जिसमें मुआवजा का कोई प्रावधान नहीं है। अतः निराश होकर उन्हें सड़क बन्द करनी पड़ी।

■सड़क का नाम शहीद के नाम पर, लेकिन उनके गांव से नहीं जुड़ी सड़क

भूस्वामी द्वारा दी गई तहरीर

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हैरानी की बात है कि जिस मार्ग से डाँगी के लिए संपर्क मार्ग का निर्माण हुआ, उस सड़क का नाम सुरालगांव के शहीद मनीष के नाम पर रखा गया है लेकिन सड़क पाली से आगे नहीं बढ़ पायी। शहीद के गांव सुरालगांव तक अभी भी सड़क दूर की कौड़ी है। यह अलग बात है कि लोनिवि ने घंडियाल में जो सड़क का साइन बोर्ड लगाया है उसमें शहीद के नाम का जिक्र किया गया है।

बहरहाल, लगता है डाँगी गांव की सड़क का हालिया मामला जहां ग्रामीणों के लिए निराशा का सबब बना है वहीं लोनिवि के लिये गले की हड्डी बन गया है। अब देखना है विभाग कैसे इस सड़क को खोलता है।

 

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