चौरासी कुटी में 55 वर्ष बाद फिर गूंजेंगी बीटल्स की धुन
गढ़वाल जिले के लक्षमण झूला, स्वर्गाश्रम जौक में इस बीटल्स एन्ड गंगा फेस्टिवल के आयोजन के लिये जिला प्रशाशन द्वारा तैयारी मुकमल कर ली गई है। इस फेस्टिवल का आयोजन इसी माह की 27,28,29 तारिक़ को किया जायेगा। जिलाधीश गढ़वाल डॉ Ashish Chauhan ने इस बीटल्स आयोजन के जरिये विश्व प्रशिद्ध लोकप्रिय रॉक बैंड को एक बार फिर से पुनर्जीवित करने का मन बनाया है। बीटल्स रॉक बैंड का संबंद्ध स्वर्गाश्रम और महर्षी महेश योगी के आश्रम से रहा है। आश्रम चौरासी कुटिया बीटल्स आश्रम के नाम से भी प्रसिद्ध है। 1968 में ये बीटल्स रॉक बैंड के लोग चौरासी कुटिया आये थे। तब से चौरासी कुटिया क्षेत्र राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर योग अध्यात्म तथा संगीत पाश्चात्य एवं हिंदुस्तानी का प्रमुख केंद्र रहा था। इस क्षेत्र को पुनः विकसित करने के उद्देश्य से ही जिला प्रशासन द्वारा यह तीन दिवसीय बीटल्स और गंगा फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। बीटल्स 1960 का एक अन्ग्रेज़ी रॉक बैन्ड था जिसका निर्माण लिवरपूल में किया गया था। जॉन लेनन, पॉल मेकारटनि, जोर्ज हैरिसन और रिंगो स्टार के साथ वे व्यापक प्रभावशाली कलाकार के रूप मे माने जाते है। 1950 के दशक के रॉक एन्ड ऱोल के शैली मे शुरु किया था और उस्के बाद बीटल्स ने कई शैलियों के साथ इस बैंड का प्रयोग किया। पॉप गीत से साइकेडेलिक् रॉक को लेकर वह अक्सर शास्त्रीय तत्वों को अपनाकर, अभिनव तारीके से इन तत्वों को अपने संगीत मे शामिल करते। 1968 के बाद ये बीटल्स रॉक बैंड लगभग समाप्त सा हो गया था। प्रस्तावित तीन दिवसीय कार्यक्रम के माध्यम से बीटल्स बैंड की जीवनी, बीटल्स की सफलता में लक्ष्मण झूला,स्वर्ग आश्रम, जौक स्थित बीटल्स आश्रम के महत्व उनसे संबंधित प्रदर्शनी ऑडियो ,विजुअल स्टॉल तथा रॉक, हिंदुस्तानी फ्यूजन संगीत संध्या का आयोजन किया जा रहा है।